नयी दिल्ली। देश में मौसम संबंधी घटनाओं में 19 लोगों की जान चली गयी है, पूर्वोत्तर राज्यों में मूसलाधार वर्षा से हजारों लोग बेघर हो गये तथा उत्तरी भारत का विशाल हिस्सा धूल अधंड की चपेट में रहा। दिल्ली में हवा की गुणवत्ता भयंकर से भी नीचे चली गयी। उत्तर प्रदेश में धूल की आंधी के चलते 15 लोगों की मौत हो गयी जबकि त्रिपुरा एवं मणिपुर में वर्षा जनित घटनाओं में चार लोग की जान चली गयी।
राष्ट्रीय राजधानी और उसके आसपास के क्षेत्रों में धूलभरी हवा चलती रही । यहां अधिकतम तापमान 40.5 डिग्री दर्ज किया गया जो औसत से अधिक है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार दिल्ली की हवा की गुणवत्ता राजस्थान की धूल आंधी के चलते आज तीसरे दिन भी भयंकर रही। प्रशासन ने लोगों को लंबे समय तक घर से बाहर नहीं रहने तथा निर्माण गतिविधियां स्थगित कर देने की सलाह दी।
पूर्वोत्तर में पिछले तीन दिनों में भयंकर वर्षा से भारी नुकसान पहुंचा है। त्रिपुरा, मणिपुर, मिजोरम और असम में बाढ़ के कारण हजारों लोग बेघर हो गये हैं। त्रिपुरा में कल दो लोग नदी की तेज धारा में बह गये, 14000 लोग बेघर हो गये क्योंकि भारी वर्षा से राज्य के कई हिस्से पानी में डूब गये हैं। मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को राज्य की गंभीर स्थिति से अवगत कराया।
मणिपुर में राज्य सरकार ने इंफाल और उसके आसपास के जिलों में बाढ़ की वजह से सभी शिक्षण एवं सरकारी प्रतिष्ठानों में शुक्रवार तक की छुट्टी घोषित कर दी है। अधिकारियों के अनुसार वैसे राज्य की बड़ी नदियों में सुबह जलस्तर घटा लेकिन स्थिति अब भी मुश्किलभरी है। बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद के लिए राज्य में 15 राहत शिविर स्थापित किये गये हैं।
पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के एक अधिकारी के अनुसार असम में भारी वर्षा के बाद भूस्खलन होने से ट्रेन सेवाएं बाधित हो गयीं। वैसे कोई हताहत नहीं हुआ है लेकिन नुकसान का आकलन बाकी है। मिजोरम के कई हिस्सों में भारी वर्षा जारी रही जिससे लुंगली, लावंगतलाई और सियाहा जिलों का देश के बाकी हिस्सों से संपर्क कट गया। मिजोरम- राष्ट्रीय राजमार्ग 54 और थेंजवाल से गुजरती एक अन्य सड़क रात के भूस्खलनों के बाद बंद कर दी गयी।
बाढ़ प्रभावित राज्यों ने लोगों को बचाकर निकालने और उन्हें सुरक्षित स्थानों एवं राहत शिविरों में पहुंचाने के लिए आपदा प्रबंधन टीमों को लगाया है। देश के पश्चिमी हिस्से में धूल की आंधी के चलते चंडीगढ़ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से कई उड़ाने निम्न दृश्यता के कारण रद्द कर दी गयीं। हरियाणा सरकार ने निर्माण गतिविधियां रोकने का परामर्श जारी किया है।
पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के ज्यादातर हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से भयंकर गर्मी पड़ रही है। हालांकि हिमाचल प्रदेश में तेज बौछारों से लोगों को राहत मिली और शिमला समेत कई क्षेत्रों में धूलकणों में कमी आयी।