ढाका। दक्षिणपूर्व बांग्लादेश में करीब दस लाख रोहिंग्या शरणार्थियों के शिविरों के पास मूसलाधार बारिश से हुए भूस्खलन में आज कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य लापता हैं। भारी बारिश से हुए भूस्खलन में म्यामां की सीमा पर काक्स बाजार और रंगमाटी जिलों में कई घर और आश्रय स्थल बह गये। म्यामां में सैन्य कार्रवाई के कारण करीब सात लाख रोहिंग्या मुस्लिम भागकर बांग्लादेश आ गये हैं। भारी बारिश से आश्रय स्थलों को गंभीर नुकसान पहुंचा। अब तक, नौ हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और इस संख्या में बढोत्तरी की आशंका है क्योंकि बीते दो दिन से जारी मानसूनी बारिश लगातार हो रही है।
रंगमाटी पर्वतीय जिले के विभिन्न क्षेत्रों में भूस्खलन में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई जबकि काक्स बाजार में दो लोग मारे गये। रंगमाटी के सरकारी डाक्टर शाहिद तालुकदार ने कहा कि मृतकों की अब तक पहचान नहीं हो पाई है और बचाव एवं राहत दल को प्रभावितों के पास पहुंचने में मुश्किल हो रही है। पास के पर्वतों से मलबा बहकर आने से ज्यादातर पीड़ितों की मौत मलबे में दबकर हुई। अधिकारियों ने कहा कि रंगमाटी जिले में मृतकों की संख्या बढ़ सकती है जिसका भूस्खलन से आए मलबे के सड़कों पर जमा होने से बाकी देश से संपर्क टूट गया है।