नयी दिल्ली। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की हालत स्थिर बनी हुई है। अस्पताल की ओर से आज यह जानकारी दी गई। वाजपेयी को किडनी संबंधी बीमारी और लोअर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इंफेक्शन के चलते यहां कल भर्ती कराया गया था। एक बयान में एम्स ने कहा, “उनकी हालत स्थिर है। इलाज उनपर असर कर रहा है और उन्हें इंजेक्शन के जरिए एंटीबायोटिक्स दिए जा रहे हैं। संक्रमण के नियंत्रण में आने तक उन्हें अस्पताल में ही रखा जाएगा।” एक सूत्र ने बताया कि एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया की निगरानी में चिकित्सकों की एक टीम ने कुछ समय पहले ही उनकी हालत का आकलन किया है।
सूत्र ने बताया कि उन्हें अभी भी एम्स के कार्डियो-थोरेसिक केंद्र के आईसीयू में रखा गया है। कल वाजपेयी को डाइलसिस पर भी रखा गया था। प्रथम तल पर मौजूद आईसीयू के पूरे गलियारे का घेराव कर दिया गया है और केवल मरीज के सहायकों और रिश्तेदारों को प्रमाण दिखाने के बाद ही यहां आने की अनुमति दी जा रही है। स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे और पूर्व केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र तथा राज्य कानून मंत्री पी पी चौधरी आज वाजपेयी को देखने यहां पहुंचे।
वाजपेयी के जल्द स्वस्थ होने और लंबी आयु की प्रार्थना के लिए भाजपा की दिल्ली इकाई के भाजपा युवा मोर्चा के कोषाध्यक्ष पंकज जैन ने अस्पताल के गेट संख्या एक के बाहर एक ‘हवन ’ किया। कल अस्पताल की ओर से कहा गया था कि लंबे समय से बीमार चल रहे वाजपेयी को नियमित जांच के लिए भर्ती किया गया है। कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई नेता उन्हें देखने अस्पताल पहुंचे थे।
सोमवार शाम PM नरेन्द्र मोदी ने AIIMS पहुंच पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का हाल-चाल जाना। मोदी ने AIIMS में लगभग 50 मिनट तक रुके। अमित शाह और जेपी नड्डा भी मोदी के साथ AIIMS में मौजुद थे। इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को देखने AIIMS पहुंचे थें। अटल बिहारी से मिलने के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी एम्स पहुंचे हुए थें।