मुंबई। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात के दौरान उनसे राजग में बने रहने को कहा और विश्वास दिलाया कि शिवसेना के मुद्दों का समाधान किया जायेगा। शाम 7.30 बजे जब शाह मातोश्री पहुँचे तो उद्धव और उनके बेटे आदित्य ठाकरे ने उनका स्वागत किया। इस दौरान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार भी उपस्थित थे। सूत्रों ने बताया है कि स्वागत सत्कार के बाद जब बैठक शुरू हुई तो उस कमरे से शाह और उद्धव को छोड़ बाकी सभी बाहर चले गये।
बंद कमरे में हुई बैठक के बारे में सूत्रों ने कहा कि शाह ने शिवसेना को केंद्र में दो और मंत्री पद देने का प्रस्ताव भी रखा। उद्धव ने अपनी पार्टी की अनदेखी करने और अपनी बात नहीं सुने जाने की शिकायत शाह से की साथ ही महाराष्ट्र के कुछ नेताओं के बड़बोलेपन की ओर भी शाह का ध्यान दिलाया। उद्धव ने नारायण राणे को भाजपा में शामिल किये जाने और राज्यसभा का टिकट दिये जाने पर भी नाराजगी जताई। शाह ने शिवसेना की सभी शिकायतों का समाधान जल्द निकाले जाने का आश्वासन दिया है और शिवसेना भाजपा के दशकों पुराने संबंधों को याद किया।
बताया जा रहा है कि कुल दो घंटे तक शाह मातोश्री में रहे। उद्धव से बंद कमरे की मुलाकात के बाद फडणवीस और आदित्य ठाकरे बैठक में शामिल हुए। इस दौरान यह तय किया गया कि संबंधों को कैसे आगे बढ़ाना है। साथ ही सीटों पर बातचीत शुरू करने को लेकर भी सहमति बनने की खबरें हैं। हालांकि बैठक में क्या चर्चाएं हुईं, इस बारे में दोनों तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है लेकिन भाजपा सूत्रों ने दावा किया कि बातचीत ”सकारात्मक’’ रही और इससे दोनों पक्षों के बीच तनाव कम करने में मदद मिलेगी।
ठाकरे से मिलने के बाद, भाजपा अध्यक्ष शाह ने रात में राज्य की राजनीतिक स्थित का जायजा लेने के लिए महाराष्ट्र भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी से मुलाकात की। राज्य सरकार के अतिथि गृह में देर रात हुई बैठक में फडणवीस और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रावसाहेब दानवे सहित अन्य उपस्थित थे।
शिवसेना सूत्रों का कहना है कि शाह और उद्धव की बंद कमरे की बैठक के दौरान फडणवीस बाहर शिवसेना नेताओं से बातचीत करते रहे। और ऐसा काफी समय बाद देखने को मिला था जब मातोश्री में भाजपा के वरिष्ठ नेता शिवसेना नेताओं के साथ सौहार्दपूर्ण वातावरण में बातचीत कर रहे थे।