नई दिल्ली, 26 मई । भूख से जूझने वाले देशों में भारत का रैंक वैश्विक सूचकांक में निचले स्तर पर हो सकता है लेकिन संयुक्त राष्ट्र विशेषज्ञ का मानना है कि देर से नहीं बल्कि जल्द ही यह बेहतर हो जाएगा। भारत आयीं संरा सहायक महासचिव गेर्दा वरबर्ग ने शुक्रवार को कहा कि वे भारत की प्रगति व यहां कि कार्य प्रणाली से प्रभावित हैं। उन्होंने आगे कहा, मैं इस बात से अवगत हूं कि भारत में अनेकों चुनौतियां हैं। लेकिन भारत के विकास में देरी नहीं होगी। न केवल वैश्विक भूख सूचकांक (ग्लोबल हंगर इंडेक्स, जीएचआई) में बल्कि पोषण मामलों में भी जल्द विकास होगा, यह मेरी उम्मीद है। जीएचआई में 118 विकासशील देशों में भारत 97वें स्थान पर है लेकिन वरबर्ग का मानना है कि भारत इस मुश्किल से काफी अच्छे तरीके से निपट रहा है। वरबर्ग संरा के स्केलिंग अप न्यूट्रीशन मूवमेंट की कोआर्डिनेटर हैं। कुपोषण समाप्त करने के लिए 59 देशों के साथ काम करने वाला यह मूवमेंट 2010 में शुरू हुआ था। महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश व झारखंड जैसे राज्य इस मूवमेंट के सदस्य हैं।