वाशिंगटन। विश्व बैंक ने कहा है कि भारत के साथ सिंधु जल संधि पर पाकिस्तान की चिंताओं का वह कोई हल नहीं निकल पाया है। पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल ने विश्व बैंक के समक्ष भारत द्वारा सिंधु जल संधि के कथित उल्लंघन का मामला उठाया था। अटॉर्नी जनरल अश्तर औसाफ अली के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने विश्व बैंक की मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रिस्टलीना जॉर्जिया से मुलाकात की थी। विश्व बैंक ने कहा कि पाकिस्तान के अनुरोध पर की गई इस बैठक में सिंधु जल संधि से संबंधित विवाद का मैत्रीपूर्ण समाधान तलाशने पर चर्चा की गई। वार्ता के बाद उसने एक बयान में कहा, ‘‘बैठक के अंत में कोई समझौता नहीं हो पाया, मैत्रीपूर्ण तरीक से और संधि के प्रावधानों के अनुरूप विवाद खत्म करने के लिए विश्व बैंक दोनों देशों के साथ काम करना जारी रखेगा।’’
बयान में कहा, ‘‘पाकिस्तानी सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने किशनगंगा जलविद्युत परियोजना के उद्घाटन को लेकर अपनी चिंताएं भी बैंक के साथ साझा कीं।’’ यहां पाकिस्तानी दूतावास ने तत्काल इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ दिन पहले जम्मू-कश्मीर में 330 मेगावॉट की किशनगंगा जलविद्युत परियोजना का उद्घाटन किया था। पाकिस्तान ने यह कहकर इसका विरोध किया था कि इससे उसके यहां पानी की आपूर्ति बाधित होगी।