वाशिंगटन। स्थायी वैध निवास का इंतजार कर रहे हजारों भारतीय पेशेवरों से संबंधित मुद्दे को उठाते हुए अमेरिका के शीर्ष सांसद ने प्रति देश ग्रीन कार्ड सीमा हटाने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा है कि वर्तमान प्रणाली के कारण नियोक्ता और कर्मचारी के बीच सत्ता असंतुलन पैदा हो रहा है। अमेरिकी सीनेट में प्रो टेम्पोरे के अध्यक्ष और सीनेट रिपब्लिकन हाई टेक टास्क फोर्स के अध्यक्ष सीनेटर ऑरिन हेच ने कहा कि अमेरिका के कुछ कानूनों की वजह से बड़ी संख्या में ग्रीन कार्ड लंबित है क्योंकि ये कानून किसी देश को हर वर्ष जारी किए जाने वाले रोजगार आधारित ग्रीन कार्ड की सीमा निश्चित करते हैं।
कम्पीट अमेरिका नाम के एक कार्यक्रम में हेच ने कहा कि इसका यह मतलब है कि छोटे देशों से आने वाले लोग, जिनमें अमेरिका में बसने आने वाले लोगों की संख्या तुलनात्मक रूप से कम होती है उन्हें ग्रीन कार्ड के लिए उतना इंतजार नहीं करना पड़ता जितना की भारत और चीन जैसे बड़े देशों के लोगों को करना पड़ता है। यह इंतजार कई बार कई दशक लंबा हो जाता है। हेच ने कहा, ”बड़े देश के किसी कर्मी को ग्रीन कार्ड के लिए लंबा इंतजार केवल इसलिए करना पड़े कि वह बड़े देश से है तो यह तो कोई वजह नहीं हुई। हमें देश या उसके मूल स्थान पर ध्यान नहीं देकर कौशल को ध्यान में रखना चाहिए।”