सोल। उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने शुक्रवार को अपने सरहद की सीमा पार करके दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून से मुलाकात की। ऐतिहासिक वार्ता के लिए दक्षिण कोरिया पहुंचे उत्तर कोरियाई शासक किम जोंग उन की सुरक्षा चाक चौबंद की गई थी। आलम यह कि उनके आसपास परिंदा भी पर नहीं मार सकता था। किम जोंग उन जब अतंर-कोरियाई सीमा पर पहुंचे, तो अंगरक्षाकों के एक झुंड ने उन्हें घेर रखा था।
इन अंगरक्षकों का चयन उनकी फिटनेस, निशानेबाजी, मार्शल आर्ट के कौशल और उनकी वेशभूषा के आधार पर किया गया था। सैन्य सीमा रेखा पर दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जेई-इन से ऐतिहासिक मुलाकात करने पहुंचे किम को घेर कर खड़े अंगरक्षकों ने सूट और नीली एवं सफेद लाइनों वाली टाई पहनी थी।
किम ने इस मुलाकात पर कहा कि इतना भी मुश्किल नहीं था ये लाइन पार करना। जब मैं चल कर आ रहा था तो सोच रहा था, क्यों इतना मुश्किल था यहां तक आना? हालांकि, इस यात्रा के दौरान किम जोंग उन की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया गया।
उत्तर कोरिया विश्व के सबसे कठोर सुरक्षा वाले देशों में से एक है और उसके नेता की सुरक्षा व्यवस्था अभेद्य है। किम की मौजूदगी वाले हर समारोह में जाने वाले विदेशियों को भी कड़ी सुरक्षा प्रक्रिया से गुजरना होगा। उत्तर कोरिया के डीफेक्टर री योंग गूक ने कहा कि यह विश्व की सबसे कड़ी सुरक्षाओं में से एक है। यहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता।
गौरतलब है कि उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन इस वक्त दक्षिण कोरिया के दौरे पर हैं। किम जोंग उन ने आज पहली बार सीमा पार कर दक्षिण कोरिया में प्रवेश किया जहां राष्ट्रपति मून जे-इन ने उनका स्वागत किया। एक दशक से भी अधिक समय बाद दोनों कोरियाई नेताओं के बीच यह पहली शिखर वार्ता होगी।
मुलाकात के वक्त दोनों नेता मुस्कुराए और हाथ मिलाकर एक दूसरे का अभिवादन किया। मुलाकात के दौरान मून ने किम से कहा कि मैं आप से मिलकर खुश हूं।
सुरक्षा को लेकर रहता है चिंतित
किम जोंग उन के पिता किम जोंग इल का हार्ट अटैक के बाद 17 दिसंबर 2011 को देहांत हो गया था। उनकी मौत के बाद किम जोंग उन ने सत्ता संभाली। वह भले ही एक के बाद एक परमाणु परीक्षण करता रहा हो, लेकिन कहा जाता है कि उसे अपनी सुरक्षा की बहुत चिंता होती है। उत्तर कोरिया की सत्ता संभालने के बाद से किम जोंग ने आधिकारिक तौर पर किसी भी देश की यात्रा नहीं की है।
मार्च 2018 में पहली बार वह अपनी खास हरे रंग की ट्रेन से चीन की यात्रा में गया था। उस दौरान किम की ट्रेन ने दुनियाभर में सुर्खियां बटोरी थी। ट्रेन के शीशे ‘टिंटेड ग्लास‘ से बने हैं, जिससे वह बाहर का सब देख सकता है, मगर बाहर का कोई भी व्यकित अंदर नहीं देख सकता है।