लखनऊ। बुधवार आधी रात तक लखनऊ की सड़कों पर घूम रहे भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर गुरुवार को उनके खिलाफ शिकंजा कसने की भनक लगते ही अपने शुभचिंतकों के संपर्क में आ गए थे। वह अंडरग्राउंड होने की फिराक में थे।
गुरुवार रात करीब 11 बजे फोन भी स्विच ऑफ कर लिया था। उनके करीबियों के फोन भी बंद हो गए थे, ताकि पुलिस मोबाइल लोकेशन के जरिये उन तक पहुंच न सके। अलबत्ता, गनर के जरिये उनकी सटीक लोकेशन पता चल गई।
सीबीआई ने गुरुवार रात ही अदृश्य हुए विधायक की तलाश तेज कर दी थी। लखनऊ पुलिस विधायक के बहुखंडी मंत्री आवास सी-1301 पहुंची, पर वहां विधायक नहीं थे। बाहर उनके काफिले में चलने वाले वाहन भी नहीं थे। पुलिस सेंगर की तलाश में उनके करीबी गोमतीनगर निवासी एक विधायक के आवास पर भी पहुंची, लेकिन खाली हाथ रही।
सूत्रों की मानें तो विधायक अपने कुछ करीबियों के साथ अंडरग्राउंड होने की फिराक में थे। फोन बंद करने के बाद वह देर रात इंदिरानगर सी ब्लाक स्थित अपने आवास पर पहुंचे थे। इधर, पुलिस ने विधायक के गनर से उनकी लोकेशन व ठिकानों के बारे में जानकारी ली।
इस बीच कुछ पुलिसकर्मी इंदिरानगर सी ब्लाक स्थित आवास पर पहुंचे, जहां विधायक की काले रंग की फॉर्च्यूनर गाड़ी खड़ी थी। इसके बाद ही पुलिस ने आवास के आसपास घेरेबंदी की और इसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी। तब सीबीआई टीम पुलिस के साथ वहां पहुंची। जहां पहले निकले रिश्तेदारों ने कहा कि विधायक वाराणसी में है, लेकिन पुलिस ने जब घर की तलाशी ली तो विधायक मिल गए।
विधायक को पिलाई चाय, खिलाया कैंटीन का खाना
घंटों चली पूछताछ के दौरान सीबीआई ने दो बार विधायक को चाय पिलाई। साथ में बिस्किट भी दिए गए। बताया जाता है कि दोपहर में विधायक को सीबीआई कैंटीन का ही भोजन भी कराया गया। विधायक सेंगर को दाल-रोटी खिलाई गई।
पीड़िता से कराया जाएगा सामना
सीबीआई आरोपित विधायक सेंगर का पीड़ित किशोरी से सामना भी कराएगी। माना जा रहा है कि शनिवार को सीबीआई विधायक को उन्नाव ले जाएगी।