पटना। राजद प्रमुख लालू प्रसाद और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सरकारी आवास 10,सर्कुलर रोड की सुरक्षा में कटौती के बाद उनके दोनों बेटों ने कड़ी नाराजगी जताई है। आवास पर तैनात बीएमपी-2 के 32 कमांडो को मंगलवार की देर शाम पुलिस मुख्यालय ने वापस बुला लिया जिसके बाद तेज प्रताप और तेजस्वी यादव ने भी खुद को मिली सुरक्षा लौटा दी।
पूरे घटनाक्रम को लेकर तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर साजिश करार दिया है। उन्होंने लिखा है कि विगत 10 महीने से सुरक्षा श्रेणी निर्धारित करने व उसे बढ़ाने के लिए कई बार गृह विभाग को लिखा गया है। लेकिन राजनीतिक विद्वेष के कारण इसमें वृद्धि करने बजाय कटौती की जा रही है। उन्होंने कहा कि सीबीआई की पूछताछ के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा सुरक्षा गार्ड हटाया जाना बड़ी साजिश है।
तेजस्वी ने यह भी कहा कि हम डरपोक नहीं हैं, जो अपनी सुरक्षा में 800 जवान तैनात रखते हैं। लौटाए गए सुरक्षाकर्मियों को नीतीश कुमार अपनी सुरक्षा में तैनात कर लें। हम तो गरीब जनता के बीच रहने वाले लोग हैं।
इस संबंध में एडीजी (मुख्यालय) एसके सिंघल ने बताया कि लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के सरकारी आवास से सुरक्षा वापस लेने का निर्णय विशेष शाखा की समिति ने लिया है।
सिंघल ने बताया कि विशेष शाखा की सुरक्षा समिति ही राज्य में किसी भी गणमान्य व अति विशिष्ट लोगों की जान पर खतरा और उनकी सुरक्षा का आकलन करती है। समय-समय पर इस समिति की बैठक में गणमान्य व अतिविशिष्ट लोगों की जान पर खतरा और उनकी सुरक्षा की समीक्षा की जाती है। लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के सरकारी आवास पर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती व उनकी संख्या का निर्धारण भी इसी समिति के द्वारा किया जाता है। समिति ने लालू प्रसाद और राबड़ी देवी की सुरक्षा की समीक्षा के बाद यह फैसला लिया है।