श्रीनगर। दक्षिण कश्मीर के खुडवनी कुलगाम में जारी मुठभेड़ में दो आतंकियों को मार गिराते हुए एक सैन्यकर्मी शहीद व दो अन्य जख्मी हो गए। इस दौरान घेराबंदी में फंसे आतंकियों को बचाने के लिए सुरक्षाबलों पर हमला कर रही राष्ट्रविरोधी तत्वों और पत्थरबाजों की भीड़ व पुलिसकर्मियों के बीच हुई हिंसक झड़पों में तीन प्रदर्शनकारी भी मारे गए और 34 अन्य जख्मी हो गए।
इस बीच, हालात को देखते हुए प्रशासन ने कुलगाम व अनंतनाग में में इंटरनेट सेवा व शिक्षण संस्थानों को पूरी तरह बंद करने के अलावा बनिहाल-श्रीनगर सेक्शन पर रेल गाड़ी की आवाजाही भी रोक दी है। उदारवादी हुर्रियत कांफ्रेंस के चेयरमैन मीरवाईज मौलवी उमर फारुक को एहतियातन नजरबंद बना लिया गया है। इस बीच, पुलवामा के अलावा उत्तरी कश्मीर के सोपोर और भी कुलगाम मुठभेड़ और हिंसक प्रदर्शनकारियों की मौत पर भड़की हिंसा के बाद प्रशासन ने सभी शिक्षण संस्थान बंद कर दिए हैं।
कुलगाम से मिली जानकारी के अनुसार, यह मुठभेड़ खुडवनी मोहल्ले में जारी है। वहां दो से तीन आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिलते ही बीती रात आधी रात के करीब एक तलाशी अभियान शुरु किया गया था। आतंकियों के संदिग्ध ठिकानों की निशानदेही करते हुए जवानों ने एहतियातन हवा में गोलियां भी चलाई। लेकिन, आतंकियों की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई। इससे संबधित सुरक्षा अधिकारियों को लगा कि आतंकी नहीं हैं। लेकिन मुखबिरों द्वारा सूचना पक्की होने का दावा किया जाने पर घेराबंदी को बढ़ाते हुए तलाशी अभियान जारी रखा गया।
आज तड़के पौने एक बजे सुरक्षाबलों ने जब वानी मोहल्ले में तलाशी शुरु की तो वहां छिप आतंकियों ने उन पर पर पहले ग्रेनेड फेंके और उसके बाद उन्होंने अपने स्वचालित हथियारों से फायरिंग करते हुए भागने का प्रयास किया। लेकिन, जवानों ने त्वरित कार्रवाई कर आतंकियों के भागने के मंसूबे को नाकाम बनाते हुए उन्हें मुठभेड़ में उलझा लिया।
संबंधित अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ शुरु होने के कुछ ही देर बाद सेना के दो और सीआरपीएफ का एक जवान आतंकियों की गोलीबारी में जख्मी हो गए। उन्हें उपचार के लिए श्रीनगर स्थित सैन्य अस्पताल में लाया गया। इस दौरान शरारती तत्वों ने आतंकियों को बचाने और उन्हें वहां से भगाने के लिए स्थानीय मस्जिदों से ऐलान करते हुए लोगों को उकसाया और बड़ी संख्या में स्थानीय युवकों ने मुठभेड़स्थल की तरफ मार्च करते हए सुरक्षाबलों पर पथराव शुरू कर दिया।
उन्हें मुठभेड़स्थल से दूर रखने और इलाके में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस को उन पर बल प्रयोग करना पड़ा। पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए लाठियों, आंसूगैस, पैलेट गन के अलावा हवाई फायरिंग का भी सहारा लेना पड़ा। इस दौरान वहां शुरू हुई हिंसक झड़पों में करीब 37 लोग जख्मी हो गए। इनमें से दो बिलाल अहमद तांत्रे निवासी कोयमू कुलगाम और शरजील अहमद शेख की मौत हो गई। अन्य घायलों को कुलगाम, अनंतनाग और श्रीनगर के अस्पताल में उपचार के लिए दाखिल कराया गया है।
संबंधित अधिकारियों ने बताया कि दो आतंकी भी मारे गए हैं। इसके अलावा अस्पताल में उपचाराधीन घायल सैन्यकर्मियों में से एक सैन्यकर्मी अपने जख्मों की ताव न सहते हुए चल बसा है। उन्होंने बताया कि खुडवनी, कोयमू, कुलगाम और अन्य इलाकों में पुलिस व आतंकी समर्थक हिंसक तत्वोंं के बीच हिंसक झड़पें भी जारी हैं।
उन्होंने बताया कि मुठभेड़ के मद्देनजर पूरे इलाके में कानून व्यवस्था बनाए रखने और अफवाहों पर काबू पाने के लिए कुलगाम व अनंतनाग में मोबाईल इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है। इसके अलावा बनिहाल-अनंतनाग-श्रीनगर-बारमुला रेलवे लाईन पर बनिहाल से श्रीनगर और श्रीनगर से बनिहाल के लिए रेल परिचालन काे एहतियातन बंद कर दिया गया है। इस सेक्शन पर गत मंगलवार को ही रेल सेवा सामान्य हुई थी। इस खबर के लिखे जाने तक आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच रुक-रुक कर गोलीबारी जारी थी।