गोल्ड कोस्ट। यहां हो रहे राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय वेटलिफ्टर्स का शानदार प्रदर्शन जारी है। गुरुवार को मीराबाई चानू के बाद शुक्रवार को भारत की संजीता चानू ने 53 किलो की कैटेगरी में देश के लिए गोल्ड मेडल जीत लिया है। इसके साथ ही भारत के पास वेटलिफ्टिंग में दो गोल्ड मेडल्स हो गए हैं। वेटलिफ्टर दीपक लाठेर ने कांस्य पदक हासिल किया। दीपक ने 69 किग्रा वर्ग में तीसरा स्थान हासिल किया। इस तरह भारत वेटलिफ्टिंग में कुल 4 पदक जीत चुका है। उसने दो स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक हासिल किया है।
खेल के पहले पदक की दावेदार मानी जा रही चानू से देश को बड़ी उम्मीदें थीं और उन्हें पूरा करते हुए चानू ने गोल्ड उठा लिया। संजीता ने स्नैच में तो गेम्स का रिकॉर्ड बनाया लेकिन वे क्लीन एंड जर्क में ऐसा नहीं कर पाई। उन्होंने कुल 192 किग्रा (84 किग्रा और 108 किग्रा) के साथ पहला स्थान हासिल किया। पापुआ न्यू गिनी की लोआ डिका टुआ (182 किग्रा) ने रजत और कनाडा की रचेल लेब्लांक बेजिनेट (181 किग्रा) कांस्य पदक हासिल किया।
स्वर्ण पदक के लिए उनकी टक्कर पीएनजी की लोआ डिका के साथ था। पहली कोशिश में चानू ने 104 किलो वजन उठाकर बढ़त बनाई वहीं यह बढ़त दूसरे राउंड में भी कायम रखते हुए उन्होंने 108 किलो वजन उठाया। अंतिम राउंड में उन्हें 112 किलो वजन उठाना था लेकिन वो ऐसा नहीं कर पाईं। इसके बाद नजरे लोआ डिका पर थी कि क्यो वो 113 किलो वजन उठा सकती हैं लेकिन लोआ इसमें असफल रहीं और कुल 192 किलोग्राम वजन उठाकर संजीता ने गोल्ड मेडल जीत लिया।
पुरुषों के 69 किग्रा वर्ग में दीपक ने स्नैच में 136 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 159 किग्रा वजन उठाया। उन्होंने कुल 295 किग्रा वजन उठाकर कांस्य पदक जीता। लाठेर ने स्नैच राउंड में पहले दो प्रयासों में क्रमशः 132 किलो और 136 किलोग्राम का वजन उठाया। हालांकि इसके बाद वो तीसरे प्रयास में 138 किलो का वजन उठाने में कामयाब नहीं हो पाये। इसके बाद दीपक ने क्लीन एंड जर्क राउंड में पहले 155 और फिर 159 किलो वजन उठाया। यहां भी दीपक को तीसरे प्रयास में 160 किलो का वजन उठाने में कामयाबी नहीं मिल पायी। जिसके चलते वो गोल्ड या सिल्वर मेडल के दावेदार नहीं बन सके। इस स्पर्धा का गोल्ड मेडल वेल्स के ग्रेथ इवांस और सिल्वर मेडल श्रीलंका के दिशानायके ने जीता।