मथुरा। उत्तर प्रदेश के मथुरा में इंसानीयत को शर्मसार करने का एक मामला सामने आया है। जहां एक महिला को अपने एक अदद सर्टिफिकेट के लिए अपने पति को पीठ पर लाद कर घूमना पड़ा। तपती दोपहरी और माथे से टपकता पसीना, पीठ पर अपने पति को लादे यहां से वहां भटकती महिला। कोई नहीं था जो उसकी व्यथा को समझ सके। बस, भीड़ थी जो उसे देख रही थी। लोग कुछ क्षण देखते और आगे बढ़ जाते। मदद तो दूर किसी ने उससे यहां आने का कारण तक नहीं पूछा।
मंगलवार को सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से प्रसारित हुआ। समझ में नहीं आया कि यह असली है या नकली। जब हमारे सहयोगी अखबार जागरण ने जब स्वयं पड़ताल की तो मामला साफ हो गया। महिला सोमवार को कलक्ट्रेट पर अपने पति को पीठ पर लादकर दफ्तर-दफ्तर घूमी।
इसके बाद उसे किसी ने बताया कि वह सीएमओ दफ्तर जाए। विमला नाम की इस महिला के ड्राइवर पति का कुछ माह पूर्व नस में कुछ दिक्कत आने से एक पैर खराब हो गया, जिसे कटवाना पड़ा। वह अब पति का दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाना चाहती है। सीएमओ ऑफिस पर जब महिला से उसके पति का फोटो खिचवाने के लिए बोला गया तो पहले तो वह यहां-वहां ताकती रही।
काफी देर बाद भी जब आसपास वहां कोई साधन न दिखा तो महिला ने यहां अपना पत्नी धर्म निभाया। पति चलने में असमर्थ था तो महिला ही उसका सहारा बनी और उसे पीठ पर उठा फोटो की दुकान पर पहुंची। इस दौरान भीड़ रुक-रुककर महिला को देखती रही, चर्चा करती रही, लेकिन किसी भी शख्स ने उसकी मदद नहीं की।इस संबंध में सीएमओ एसके त्यागी ने बताया कि ऐसा कोई मामला उनके संज्ञान में नहीं आया है। लेकिन घटना सामने आने के बाद यूपी के मंत्री भूपेंद्र चौधरी ने कहा है कि यह एक दुखद घटना है और हम इसकी जांच कर मदद करेंगे।