नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में 14वें दिन भी कोई कार्यवाही नहीं हो पाई और इसके साथ ही कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। इससे पहले गुरुवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही टीडीपी के सांसदों ने आंध्र प्रदेश के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग के साथ वेल में पहुंचकर हंगामा किया। हंगामे के कारण राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने राज्यसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी। वहीं हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही पहले दोपहर 12 बजे तक फिर कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
चार मिनट में रास स्थगित
गौरतलब है कि बुधवार को भी राज्यसभा सभापति एम वेंकैया नायडू ने सदन की कार्यवाही मात्र चार मिनट में पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी, क्योंकि आंध्र को विशेषष दर्ज की मांग को लेकर टीडीपी व अन्य विपक्षी दलों ने हंगामा किया। कांग्रेस सांसद केवीपी रामचंद्र राव भी अन्य सदस्यों के साथ नारेबाजी करते हुए गर्भगृह में पहुंच गए। इसी बीच तमिलनाडु के दल द्रमुक, अन्नाद्रमुक के सदस्य भी वहां पहुंच गए। वे कर्नाटक व तमिलनाडु के बीच कावेरी के पानी के बंटवारे के लिए कावेरी जल प्रबंधन बोर्ड तत्काल बनाने की मांग करने लगे। कांग्रेस सदस्यों ने भी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
अजा-जजा कानून व मोसुल हत्याओं पर चर्चा की मांग
रास में विपक्ष व कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने अजा-जजा अत्याचार निरोधक कानून और विदेश मंत्री सुषषमा स्वराज द्वारा इराक के मोसुल में अपहृत 39 भारतीयों की हत्या पर चर्चा की मांग की। उन्होंने कहा कि सदन को स्वराज द्वारा पिछले साल दिए गए बयान पर चर्चा करना चाहिए। इस पर सभापति नायडू ने कहा कि वे चर्चा का उचित नोटिस दें। हंगामा कर रहे सदस्यों से नायडू ने कहा, सदन की कार्यवाही चलने दीजिए, क्या हम इतने लाचार हो गए हैं? यह संसद है या कुछ और। सदस्य नहीं माने तो उन्होंने लगातार तीसरे दिन कार्यवाही सीधे पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी।
संसद के दोनों सदनों में पांच मार्च से बगैर चर्चा के बजट पारित होने के अलावा कोई ठोस कार्य नहीं हुआ है। बुधवार को लोस स्पीकर ने हंगामे के कारण पहले एक घंटे के लिए और फिर पूरे दिन के लिए स्थगित की।