मल्टीमीडिया डेस्क। निदहास ट्रॉफी के फाइनल में दिनेश कार्तिक ने आखिरी गेंद पर कमाल दिखाया और छक्का लगाकर टीम इंडिया को चैंपियन बना दिया। बहरहाल, यह पहला मौका नहीं है, जब किसी टी-20 मैच का फैसला आखिरी गेंद पर हुआ।
अब तक कुल 20 टी-20 मैच ऐसे रहे जब आखिरी गेंद पर फैसला हुआ। इनमें 5 मैच आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर जीते गए। 7 मैचों में जीत हार का फैसला आखिरी गेंद पर चौके से हुआ।
श्रीलंका के चमारा कपुरगेदरा एकमात्र ऐसे बल्लेबाज हैं, जिन्होंने दो बार मैच की आखिरी गेंद पर अपनी टीम को जीत दिलाई। एक बार उन्होंने आखिरी गेंद पर छक्का मारा और दूसरी में चौका।
इन मैचों का फैसला भी आखिरी गेंद पर ही हुआ
1. दिनेश कार्तिक (भारत): बांग्लादेश के खिलाफ टीम इंडिया के आखिरी के 2 ओवर में 34 रनों की जरूरत थी। कार्तिक ने पारी के 19वें ओवर में 22 रन जुटाए। वहीं आखिरी ओवर की आखिरी गेंद पर समीकरण ऐसे बने कि भारत को जीत के लिए पांच रन चाहिए। कार्तिक ने खुद को कूल रखा और सौम्य सरकार की गेंद पर छक्का लगाकर टीम इंडिया को यादगार जीत दिला दी।
2. मिशेल मार्श (ऑस्ट्रेलिया): 2016 में जोहानिसबर्ग में दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच यह मैच खेला गया था। अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी की और मेहमानों को 205 रन का लक्ष्य दिया। जवाब में ऑस्ट्रेलिया के तीन विकेट 32 रन पर ही गिर गए। इसके बाद ग्लेन मैक्सवेल (43 बॉल पर 75 रन) और डेविड वॉर्नर (40 बॉल पर 77 रन) ने गजब की बल्लेबाजी की। आखिरी ओवर में कंगारूओं को चाहिए थे 11 रन। रबाडा ने पहली गेंद पर मैक्सवेल को पैवेलियन भेज दिया। अगली गेंद वाइड रही। ओवर की दूसरी गेंद पर फॉकनर ने 2 रन लिए। कुल मिलाकर आखिरी गेंद पर ऑस्ट्रेलिया को 2 रन चाहिए थे और मिशेल मार्श स्ट्राइक पर थे और दो रन लेकर टीम को जीत दिला दी।
3. इयोन मॉर्गन (इंग्लैंड): भारत और इंग्लैंड के बीच 2012 में मुंबई में टी-20 मुकाबला खेला गया था। भारत ने 178 रन का लक्ष्य दिया था। आखिरी ओवर में इंग्लैंड को नो रनों की जरूरत थी। अशोक डिंडा ने आखिरी ओवर फेंका था। उन्होंने पहली पांच गेंदों में छह रन दिए। इस तरह आखिरी गेंद पर इंग्लैंड को तीन रनों की दरकार थी। इयोन मॉर्गन स्ट्राइक पर थे, जिन्होंने छक्का लगाकर मैच खत्म कर दिया।
4. क्रिस वोक्स (इंग्लैंड): इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच साल 2011 में एडिलेड में यह मैच खेला गया था। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 157 रन बनाए। जवाब में इंग्लैंड को आखिरी ओवर में चार रनों की दरकार थी। गेंद वॉट्सन के हाथों में थी। आखिरी दो गेंदों उस मैच में डेब्यू करने वाले क्रिस वोक्स ने खेलीं। पांचवीं गेंद पर उन्होंने दो रन लिए और फिर आखिरी गेंद पर विजयी रन।
5. गुणरत्ने (श्रीलंका): यह मैच 2017 में ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के बीच खेला गया था। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी की और 174 रन का लक्ष्य दिया। श्रीलंका की शुरुआत खराब रही और 40 रन पर उसके पांच बल्लेबाज आउट हो गए। आखिरी के तीन ओवरों में श्रीलंका के जीत के लिए 48 रन चाहिए थे। गुणरत्ने ने 18वें और 19वें ओवर में शानदार बल्लेबाजी की, जिससे आखिरी ओवर में लक्ष्य 14 रन रह गया। पहली गेंद पर नुआन कुलसेकरा आउट हो गए। अगली दो गेंदों पर गुणरत्ने ने चौका और छक्का मारा। इसके बाद सिंगल लिया तो मलिंगा स्ट्राइक पर आ गए। मलिंगा एक रन लेने में कामयाब रहे। इस तरह आखिरी गेंद पर दो रन की जरूरत थी। गुणरत्ने ने चौका मारकर टीम को जीता दिया।
6. आईसीसी टी-20 विश्वकप का यह मुकाबला 2009 में नीदरलैंड्स और इंग्लैंड के बीच खेला गया था। इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी की और महज 163 रन ही बना सकी। जवाब में नीदरलैंड्स को आखिरी ओवर में सात रनों की जरूरत थी। यह ओवर स्टूवर्ट ब्रॉड ने फेंका था। उन्होंने दो रन आउट के मौके गंवाए। यहां तक कि आखिरी गेंद पर भी गेंद स्टम्प पर नहीं मार पाए और नीदरलैंड्स जीत गया।