नई दिल्ली। भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सुब्रह्मण्यम स्वामी ने उद्योगपति गौतम अडानी पर निशाना साधा है। स्वामी ने दावा किया अडानी बैंकों के फंसे कर्ज (एनपीए) के सबसे बड़े बकायेदार हैं। उन्होंने अडानी की जवाबदेही तय करने की मांग की है।
मंगलवार को स्वामी ने ट्वीट किया, “सरकारी क्षेत्र में एनपीए के सबसे बड़े कलाकार गौतम अडानी हैं। यह वक्त उन्हें जवाबदेह बनाने का है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो वह अडानी के खिलाफ जनहित याचिका दायर करेंगे।” स्वामी ने कहा, “कई ऐसी चीजें हैं, जिनसे अडानी दूर भाग रहे हैं। कोई उनसे सवाल भी नहीं पूछ रहा है। अडानी अपनी सरकार के करीबी होने की छवि बना रहे हैं। वह सरकार के लिए शर्मिंदगी का कारण बन सकते हैं।”
गौतम अडानी की कंपनी ने इस पर सफाई देते हुए कहा है कि हमारे रेटिंग का ट्रैक रिकॉर्ड देखते हुए, ऋण के विभिन्न स्रोत, अंतरराष्ट्रीय बॉन्ड, ईसीबी ऋण, घरेलू बांड, निजी क्षेत्र से लेकर भारत में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से लेकर समूह तक उपलब्ध हैं।
कंपनी ने अपने बयान में कहा है कि कर्ज का एक ही मानक है, समय से उसे चुकाते रहना। कंपनी से शुरुआत से चतुराई के साथ इसे लागू किया है। किसी भी समूह की वित्तीय मेट्रिक्स को भी देखना चाहिए। पीएसयू बैंक पर दीर्घावधि उधार के लिए ग्रुप की निर्भरता लगभग 50% से कम 34,000 करोड़ रुपए पर है और नियमित रूप से सर्विस्ड है।
कंपनी ने आगे कहा कि अदानी ग्रुप ने विश्व स्तर की संपत्तियां बनायीं और भारतीय परिचालनों का कुल शुद्ध संपत्ति ब्लॉक 1,10,000 करोड़ रुपए से अधिक है। सूचीबद्ध संस्थाओं की सकल नेट वर्थ 40,000 करोड़ रुपए से अधिक है और कुल ईबीआईडीटीए 24,000 करोड़ रुपए है।