चेन्नई। मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एमटीसी) से जुड़े 52 वर्षीय बस चालक की ड्यूटी पर काम करते हुए मौत हो गई, लेकिन उसने 53 लोगों की जान बचा ली। वह मंगलवार की सुबह रेड हिल्स के पास बस चला रहे थे।
तभी ड्राइवर सुंदरराज को बेहोशी सी आने लगी, लेकिन अपनी सूझ-बूझ का इस्तेमाल करते हुए उन्होंने बस को पहले किनारे लगाकर रोक दिया। यदि वह ऐसा नहीं करते, तो बेहोश होने के कारण बस अनियंत्रित हो जाती और हादसा बड़ा हो सकता था।
पुलिस के मुताबिक, बस नंबर 61 आर अवड़ी और रेड हिल्स के बीच चलती है, जो कोल्लुमेडू, अरिकमबद्दू, लक्ष्मीपुरम, सिडको एस्टेट फेज होकर गुजरती है। इस रूट पर कम ही बसें चलती हैं, लिहाजा हर समय बसें खचाखच भरी रहती हैं।
मंगलवार को सुबह करीब 9.30 बजे सुंदरराज ने अवड़ी डिपो से बस लेकर निकला। बस में कंडक्टर रविचंद्रन सवार थे। सुबह 10 बजे जब बस रेड हिल्स तक पहुंची, तब तक उसमें 53 यात्री सवार हो चुके थे।
अचानक, सुंदरराज को छाती में दर्द की शिकायत हुई। उसने बस को जल्दी से सड़क के किनारे रोका और बेहोश होकर गिर गया। उसे पास के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।