हैदराबाद। भारत में लोग तमाम नियम-कायदों के बावजूद ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करते हैं। खास तौर पर नाबालिग बिना लायसेंस के गाड़ी चलाते हैं। मगर हैदराबाद पुलिस ने इससे निजात पाने के लिए नायाब तरीका ढूंढा है।
पुलिस अब उन बच्चों के माता-पिता को सजा दे रही है, जिनके नाबालिग बच्चे गाड़ी चलाए पाए जाते हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक अकेले फरवरी महीने में ट्रैफिक पुलिस ने नाबालिग बच्चों के गाड़ी चलाने के मामले में 45 अभिभावकों पर केस दर्ज किया। कोर्ट ने भी अभिभावकों को सजा के तौर पर एक दिन जेल में सेवा देने का आदेश सुनाया। नाबालिगों द्वारा गाड़ी चलाने के मामले में ट्रैफिक पुलिस ने 1079 केस भी दर्ज किए।
कोर्ट ने अभिभावकों पर नाराजगी जताते हुए कहा कि वो कम उम्र के बच्चों को गाड़ी चलाने से नहीं रोक पाए। इन अभिभावकों को एक दिन की जेल की सजा के अलावा पांच सौ रुपए जुर्माना भी लगाया। वहीं इनके खिलाफ मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 180 के तहत आगे मामला भी चलेगा।
साल 2017 में यहां हुए 130 सड़क हादसों में नाबालिग शामिल पाए गए। कई हादसों में तो लोगों की मौत तक हो गई। हैदराबाद के बहादुरपुरा, संतोषनगर, फलकनुमा और आसिफनगर जैसे इलाकों में नाबालिगों द्वारा बेतरबीत गाड़ी चलाने की घटनाएं ज्यादा सामने आई हैं। ऐसे में हैदराबाद ट्रैफिक पुलिस इस इलाके में ज्यादा सख्ती कर रही है।