मेघालय : कॉनराड संगमा ने ली सीएम पद की शपथ, राजनाथ-शाह रहे मौजूद

asiakhabar.com | March 6, 2018 | 4:29 pm IST

शिलांग। मेघालय में महज दो सीटें जीतने के बाद भी भाजपा अन्य दलों का समर्थन जुटाकर सरकार बनाने में कामयाब रही। आज यानी 6 मार्च को नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के अध्यक्ष कॉनराड संगमा ने सीएम के रूप में पद व गोपनीयता की शपथ ली। उनके साथ ही उनके मंत्रियों को भी राज्यपाल गंगा प्रसाद ने पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई।

इस शपथ ग्रहण समारोह की मुख्य विशेषता यह रही कि इसमें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह व केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह मौजूद रहे।

कॉनराड संगमा भाजपा व अन्य क्षेत्रीय दलों के समर्थन से पहली बार मेघालय के सीएम बने हैं। संगमा की पार्टी एनपीपी केंद्र और मणिपुर में भी भाजपा के साथ सरकार में शामिल है। इससे पहले रविवार को संगमा ने 34 विधायकों के समर्थन से सरकार बनाने का दावा किया था।

संगमा ने बताया कि हमारे पास बहुमत था। इसलिए राज्यपाल ने हमें आमंत्रित किया। गत शनिवार को आए नतीजे में मेघालय के त्रिशंकु परिणाम आए थे। 10 साल से राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस सबसे बड़े दल के रूप में उभरी थी, लेकिन बहुमत से 10 सीटें कम होने से सत्ता से वंचित रह गई।

कांग्रेस के तीन वरिष्ठ नेताओं कमलनाथ, अहमद पटेल और सीपी जोशी ने चुनाव परिणाम आने के कुछ देर बाद ही राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था। लेकिन, कांग्रेस सरकार बनाने लायक विधायकों का समर्थन जुटाने में नाकाम रही।

पूर्व स्पीकर के बेटे हैं कॉनराड –

मेघालय की राजनीति में कॉनराड संगमा की शुरुआती पहचान पूर्व लोकसभा अध्यक्ष पीए संगमा के बेटे की रही है। वह 16वीं लोकसभा में अपने पिता के निर्वाचन क्षेत्र तुरा का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।

दिलचस्प बात ये भी है कि कॉनराड ने इस बार का विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा है। बावजूद इसके वह सीएम पद की रेस में वे आगे निकल गए।

राजनीतिक पर्यवेक्षकों पीए संगमा की राजनीतिक विरासत की उत्तराधिकारी पीए संगमा की बेटी अगाथा संगमा को मान रहे थे। दरअसल, अगाथा केंद्र में मंत्री रहीं हैं, राज्य की राजनीति में सक्रिय थीं और मुख्यमंत्री पद की रेस में भी उनका नाम सबसे ऊपर था। मगर, कॉनराड ने सीएम पद की दौड़ में बाजी मार ली।

कॉनराड पहली बार साल 2008 के चुनावों में जीतकर मेघालय विधानसभा में पहुंचे थे। वह राज्य के सबसे युवा वित्त मंत्री रह चुके हैं।

नगालैंड में रियो का साथ देगी भाजपा –

नगालैंड में जारी सियासी कशमकश के बीच भाजपा ने साफ कर दिया है कि वह एनडीपीपी के अध्यक्ष नेफियू रियो के साथ मिलकर राज्य में नई सरकार बनाएगी। एनडीपीपी के साथ भाजपा का चुनाव पूर्व गठबंधन था। पार्टी ने 15 साल तक गठबंधन साझीदार रहे नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) का समर्थन करने से इन्कार कर दिया है।

एनपीएफ विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी है। रियो के साथ मुलाकात के बाद भाजपा नेता और असम के वित्त मंत्री हेमंत बिस्वसरमा ने कहा कि एनपीएफ के साथ अब हमारा कोई गठबंधन नहीं है।

उन्होंने मुख्यमंत्री टीआर जेलियांग को चुनाव में पराजय के बाद सम्मानजनक ढंग से त्यागपत्र देने का भी सुझाव दिया। जेलियांग की पार्टी एनपीएफ 27 सीटों के साथ विधानसभा की सबसे बड़ी पार्टी है। एनपीएफ के प्रवक्ता अचुंबेमो किकॉन ने कहा था कि नगा शांति प्रक्रिया के हित में उनकी पार्टी भाजपा के साथ अपना गठबंधन फिर से बहाल करना चाहती है। राज्यपाल ने दोनों धड़ों से समर्थक विधायकों की सूची देने को कहा है।


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