केन्द्रीय खेल राज्य मंत्री विजय गोयल ने कहा कि जल्द ही खेल का पोर्टल शुरू किया जाएगा। इस पोर्टल पर सर्च करने के बाद आठ से दस साल की उम्र के बच्चे को प्रशिक्षण दिलवा कर खेलों को और बढ़ावा दिया जाएगा।
गोयल मध्यप्रदेश के ग्वालियर में लक्ष्मीबाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन (एलएनआईपीई) के दीक्षांत समारोह में चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की खेलों के प्रति रुचि को देखते हुए खेल मंत्रालय ने एक लाख बच्चों को पांच लाख रुपए तक की प्रोत्साहन राशि खर्च कर आगे बढ़ाने की योजना तैयार की है।
IPL: चौंका देगी रवि शास्त्री की कमाई, जानें, बाकि कमेंटेटर्स की सैलरी
खेल राज्य मंत्री ने बताया कि 2020 के ओलिंपिक खेल तथा आगामी कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए अभी से खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि खेल मंत्रालय फेडरेशन और एसोसिएशनों के झगड़ों को भी समाप्त कराने के लिए पहल कर रहा है। इतना ही नहीं फेडरेशन और एसोसिएशन की जिम्मेदारी तथा स्पोर्ट कोड भी लागू करने पर विचार किया जा रहा है।
IPL-10 की विस्तृत और खास कवरेज देखने के लिए यहां क्लिक करें…
उन्होंने बताया कि देश में क्रिकेट के साथ ही हॉकी, कबड्डी, खो-खो आदि खेलों को भी बढ़ावा देने की योजना तैयार की जा रही है। वहीं इस साल फीफा अंडर 17 होना है, इसके लिए पूरे देश में फुटबॉल के प्रति वातावरण बने इसका प्रयास किया जा रहा है। इसी के तहत संसद सदस्यों को फुटबॉल का वितरण किया गया था।
खेल अवॉर्ड प्राप्त खिलाड़ियों को नौकरी नहीं मिलने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह सवाल भी उनके सामने आया है। अब उन्होंने नौकरी में तीन प्रतिशत तक आरक्षण के लिए विभागों से कहा है। श्री गोयल ने कहा कि ग्वालियर के एलएनआईपीई को डीम्ड यूनीवर्सिटी से पूर्ण विश्वविद्यालय का दर्जा देने के प्रयास करेंगे। इसके लिए एलएनआईपीई के कुलपति से प्रस्ताव तैयार कर भेजने के लिए कहा गया है।