कन्नौज। कई देशों में फैले बच्चों के साथ दुष्कर्म का वीडियो शेयर करने वाले व्हाट्सएप ग्रुप (किड्सएक्सएक्सएक्स) का सीबीआई ने भंडाफोड़ किया है। व्हाट्सएप ग्रुप के एडमिन कन्नौज के निखिल वर्मा को गिरफ्तार करने के साथ-साथ सीबीआई ने कई स्थानों पर छापे मारे हैं। ध्यान देने की बात है कि आईटी एक्ट के तहत बच्चों के साथ दुष्कर्म के वीडियो व्हाट्सएप ग्रुप में शेयर करना अपराध है।
सीबीआई की एफआईआर के अनुसार, कन्नौज का निखिल वर्मा एक व्हाट्सएप ग्रुप चलाता था, जिसमें देश के ही 100 से अधिक सदस्य हैं, वहीं बड़ी संख्या में विदेश से लोग इससे जुड़े हुए थे। इसके सदस्यों में अमेरिका, चीन, न्यूजीलैंड, मेक्सिको, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, ब्राजील, केन्या, नाइजीरिया और श्रीलंका समेत 18 देशों के लोग शामिल थे।
व्हाट्सएप ग्रुप में लगातार बच्चों के साथ दुष्कर्म के फोटो और वीडियो शेयर किए जाते थे। केस दर्ज करने के बाद सीबीआई ने नोएडा, मुंबई, दिल्ली और कन्नौज में पांच स्थानों पर छापे मारे। छापे में बड़ी संख्या में मोबाइल फोन, लैपटॉप, हार्डडिस्क और अन्य डिजिटल उपकरण बरामद किए गए हैं। माना जा रहा है कि इन उपकरणों का इस्तेमाल बच्चों के अश्लील वीडियो व फोटो अपलोड करने और शेयर करने में किया जाता था।
सीबीआई ने निखिल वर्मा के साथ-साथ दिल्ली के नफीस रजा व जाहिद, मुंबई के ओमप्रकाश चौहान और नोएडा के आकाश को इस मामले में आरोपी बनाया है। निखिल वर्मा 20 साल का है और कॉमर्स से स्नातक की पढ़ाई कर रहा है। उसके पिता कन्नौज में ही एक ज्वैलर के यहां काम करते हैं।
सीबीआई के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि तीन महीने पहले जांच एजेंसी को इस ग्रुप के बारे में जानकारी मिली थी। उसके बाद उन पर लगातार नजर रखी जाने लगी। मोबाइल फोन और लैपटॉप के आईपी एड्रेस के आधार पर आरोपियों की लोकेशन का पता लगाया गया। इसके बाद सीबीआई अधिकारियों ने इन स्थानों की रेकी करके आरोपियों की पहचान की। आखिरकार तीन महीने की मेहनत के बाद ग्रुप का पर्दाफाश कर दिया गया।