मुजफ्फरपुर। बिहार में लालू यादव परिवार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद लगातार कार्रवाई जारी है। इस बीच राजद नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को निशाना बनाने में लगे हैं। इसी कड़ी में लालू यादव के बेटे और विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
तेजस्वी यादव ने गुरुवार को मुजफ्फरपुर में अपनी संविधान बचाव यात्रा के दौरान कहा कि फोन टैपिंग के बाद अब सर्किट हाउस में मेरे ठहरने से लेकर, खाने-पीने की चीजों में नशीले और विषैले पदार्थ मिलाने की कोशिश के साथ-साथ सभास्थल तक पीछा कर जासूसी करवाई जा रही है। छवि बिगाड़ने और जानमाल का नुकसान पहुंचाने का कुचक्र रचा जा रहा है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनकी जासूसी करवा रहे हैं। जापान में रहकर भी उनकी सभा पर नजर रख रहे। उनके फोन कॉल टेप किए जा रहे हैं। उन्हें, उनके परिवार व सगे संबंधियों को मुकदमों में फंसा रहे हैं। उनके खिलाफ 25 मुकदमे कराए गए।
उनके भाई, मां, बहनों, जीजा व पिता के समधियों को भी नहीं छोड़ा जा रहा। सीबीआइ, ईडी, आइबी सभी उनके परिवार के खिलाफ जांच कर रही हैं। जबकि, सृजन घोटाला,शौचालय घोटाला व अन्य की जांच नहीं हो रही। वे गुरुवार को बोचहां के शर्फुद्दीनपुर हाई स्कूल परिसर में संविधान बचाओ, न्याय यात्रा के दूसरे चरण की अंतिम सभा को संबोधित कर रहे थे।
तेजस्वी ने कहा कि केंद्र के भाजपाई मंत्री अनंत हेगड़े का कहना है कि संविधान को खत्म करने के लिए ही भाजपा है। पिछले दिनों पटना व मुजफ्फरपुर में डेरा डालने वाले आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन राव भागवत आरक्षण खत्म करने की बात कह गए। अगर संविधान व आरक्षण खत्म हो गया तो गरीबों के लिए कुछ नहीं बचेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि उन्होंने तो विदेशों से कालाधन लाने की बात कही थी, लेकिन अब तो सफेद धन बाहर भेजा जा रहा है। राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ 36 घोटाले के मामले हैं, लेकिन इसकी जांच नहीं हो रही। सुशील मोदी को निशाना बनाते हुए कहा कि सृजन घोटाला में उनका हाथ है। वे भी विजय माल्या व नीरव मोदी की तरह देश छोड़ सकते हैं। इसलिए उनका पासपोर्ट जब्त कर लिया जाना चाहिए।