इस्लामाबाद। पाकिस्तान में रक्षामंत्री खुर्रम दस्तगीर पर संसद की अवमानना का आरोप लगाते हुए जमकर फटकार लगाई है। सीनेट में जानकारी न देने पर सीनेट प्रमुख रजा रब्बानी ने सोमवार को उनको लताड़ा। पाक रक्षा मंत्री ने सीनेट में सऊदी अरब में तैनात पाकिस्तानी सैनिकों का ब्योरा देने से इनकार कर दिया। पाक सेना के द्वारा खाड़ी देशों में सैनिकों को भेजने के फैसले के बाद रक्षा मंत्री ने सीनेट में एक नीतिगत बयान दिया था।
सीनेट में उन्होंने अन्य नेताओं से कहा, यमन युद्ध में शामिल होने के बजाए सऊदी अरब में सुरक्षाकर्मियों को प्रशिक्षण देने के लिए पाकिस्तानी सैनिकों को वहां भेजा जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि इस फैसले के बाद तत्काल ही 1000 सैनिक भेजे जायेंगे। बताया जा रहा है कि द्विपक्षीय समझौते के तहत वर्तमान में 1600 पाकिस्तानी सेना सऊदी अरब में तैनात हैं।
मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री शाहिद खक्कान अब्बासी ने प्रशिक्षण और सलाहकार उद्देश्यों के लिए सऊदी अरब में अतिरिक्त पाकिस्तानी सैनिकों के तैनाती की मंजूरी दे दी है।
उन्होंने इस धारणा को खारिज कर दिया कि सेना भेजने के निर्णय से सरकार ने संसद द्वारा अप्रैल 2015 के प्रस्ताव का उल्लंघन किया है, जिन्होंने इसे यमन युद्ध से दूर रहने के लिए कहा गया था। हालांकि, सीनेट के अध्यक्ष ने दस्तीगीर के उस बयान को खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि सेना के अभियान का खुलासा नहीं किया जाएगा।
रब्बानी ने पूछा, “हम आपके और प्रधान मंत्री के खिलाफ ‘संसद की अवमानना’ पर क्यों नहीं कार्रवाई करें?” उन्होंने पूछा कि सैनिकों को तैनात करने के फैसले के बारे में क्यों संसद को मंत्री और प्रधान मंत्री द्वारा सूचित नहीं किया गया जबकि उन्हें पता था।
“रब्बानी ने कहा,” संसद को एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से इस बारे में पता चला। रब्बानी ने मंत्री से सैनिकों की तैनाती के बारे में सभी विवरण उपलब्ध कराने को कहा और इसके लिए इन-कैमरा सत्र की पेशकश की। रब्बानी ने यह भी कहा कि ‘उन्हें लॉलीपॉप न दें वे बच्चे नहीं हैं।’
हालांकि मंत्री ने इस प्रस्ताव को स्वीकार करने से इनकार कर दिया और यहां तक कि उस स्थान को साझा करने से भी इनकार कर दिया जहां सैनिकों को तैनात किया जाएगा। उन्होंने सीनेट को बताया कि सैनिकों को राज्य के क्षेत्र के बाहर तैनात नहीं किया जाएगा, लेकिन रब्बानी ने कहा उन्हें यह जानकारी पहले से ही ज्ञात है।