न्यूयार्क। फ्लोरिडा शूटिंग के दौरान भारतीय मूल की एक टीचर ने समझदारी और बहादुरी का परिचय देते हुए कई स्टूडेंट्स की जान बचाई। शूटिंग के दौरान भारतीय-अमेरिकी मैथ्स टीचर शांति विश्वनाथन क्लास में स्टडी करवा रही थी तभी अलार्म बजा और शांति विश्वनाथन ने अपने अलजेब्रा क्लासरूम के दरवाजे बंद कर लिए। इसके तुरंत बाद स्टूडेंट को जमीन पर लेटा दिया, खिड़कियों के दरवाजे बंद कर दिए ताकि हमलावर बंदूकधारी की निगाह उनपर न पड़े।
विश्वनाथन के एक स्टूडेंट की मां डॉन जारबो ने टीचर की तारीफ करते हुए अखबार को बताया, ‘उन्होंने फुर्ती से यह सब किया और अनेकों बच्चों की जिंदगी बचायी।‘ अखबार के अनुसार, जब एक स्वात टीम के पुलिस ने दरवाजे को खटखटाया तब भी विश्वनाथन ने खतरा मोल नहीं लिया क्योंकि उन्हें लगा हो सकता है यह हमलावर का अंदर घुसने का ट्रिक हो। उन्होंने कहा, ‘खटखटाते रहो, मैं नहीं खोल रही दरवाजा।‘
पूर्व छात्र ने दिया था वारदात को अंजाम-
स्कूल के पूर्व छात्र निकोलस क्रूज ने स्टोनमैन डगलस हाई स्कूल में वैलेंटाइंस डे के दिन एआर-15 ऑटोमैटिक राइफल से 15 छात्रों और दो स्टाफ मेंबर्स की हत्या कर दी। सूत्रों के अनुसार, क्रूज की मन:स्थिति ठीक नहीं और उसने एक यूट्यूब पोस्ट में स्कूलों में गोलीबारी को लेकर कमेंट किया था। हालांकि इस बारे में एफबीआई को जानकारी थी।
statisticalatlas.com के अनुसार, ब्रोवार्ड काउंटी में जहां पार्कलैंड स्थित है भारतीय जनसंख्या 22,600 है। उल्लेखनीय है कि फ्लोरिडा शूटिंग में मारे जाने वालों में से कोई भारतीय मूल का नहीं है।