नई दिल्ली। राजनीति में यू-टर्न कोई नई बात नहीं। दिल्ली में अरविंदर सिंह लवली ने यही किया है। 4 अप्रैल 2017 को कांग्रेस का वर्षों पुराना साथ छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले लवली की घर वापसी हो गई है। राहुल गांधी की मौजूदगी में उन्होंने एक बार फिर कांग्रेस का दामन थाम लिया।
पिछले साल भाजपा में शामिल होते समय लवली ने कांग्रेस पर कई प्रहार किए थे। उन्होंने कहा था, मैं अपने आत्मसम्मान के लिए कांग्रेस छोड़ रहा हूं। पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को तो उन्होंने कांग्रेस का बोझ तक बता दिया था। अब शीला दीक्षित ने लवली की वापसी का स्वागत किया है।
बहरहाल, शनिवार को दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकण ने ट्वीट कर लवली के कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा की। इसके बाद लवली ने कहा, मैं अपनी खुशी से भाजपा में शामिल नहीं हुआ था। पीढ़ा में मैंने वो निर्णय लिया था। वैचारिकतौर पर मैं कभी भाजपा में फिट हुआ ही नहीं।अरविंदर सिंह लवली 4 बार कांग्रेस के विधायक रह चुके हैं। 1998 में पहली बार दिल्ली के गांधी नगर से विधायक बने थे। शीला दीक्षित सरकार में शिक्षा, शहरी विकास, पर्यटन और परिवहन मंत्री रह चुके हैं, लेकिन अजय माकन को दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के बात से उनकी अनबन शुरू हो गई और फिर इतना झगड़ा बढ़ गया कि उन्होंने कांग्रेस से ही इस्तीफा दे दिया था।