शिमला। उत्तराखंड के अलावा हिमाचल को भी देवभूमि कहा जाता है। यहां बर्फ से ढंकी ऊंची चोटियों पर कई देवालय और तीर्थस्थल मौजूद हैं। चंबा जिले में ऐसा ही एक प्रसिद्ध शक्तिपीठ है, जिसे भलेई माता के मंदिर के नाम से जाना जाता है।
इस मंदिर में हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं और यहां मांगी गई हर मुराद पूरी होती है। इस मंदिर से बड़ी अनूठी मान्यता जुड़ी है, जिस पर यहां आने वाले श्रद्धालुओं का यकीन काफी मजबूत है।
मूर्ति को आता है पसीना-
इस मंदिर में देवी माता की जो मूर्ति लगी है, उसे पसीना आता है। ये सुनकर आप भले ही हैरान हों, मगर हकीकत यही है। लोगों की भी आस्था है कि जिस वक्त देवी की मूर्ति को पसीना आता है, उस वक्त वहां जितने भी भक्त मौजूद रहते हैं। उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। ऐसे में लोग घंटों इस मंदिर में यही आस लिए खड़े रहते हैं।
ऐसी है मंदिर की कहानी-
भ्राण नाम के स्थान पर एक बावड़ी में माता प्रकट हुई थी। उस वक्त उन्होंने चंबा के राजा प्रताप सिंह को सपने में दर्शन देकर उन्हें चंबा में स्थापित करने का आदेश दिया था। राजा जब मां की प्रतिमा को लेकर चंबा की तरफ जा रहे थे, तो उन्हें भलई पसंद आ गया। इसके बाद मां ने सपने में राजा को दोबारा दर्शन दिए और इसी स्थान पर मंदिर बनाने को कहा। इसके बाद राजा ने यहां मां का भव्य मंदिर बनवा दिया।
शुरुआत में इस मंदिर में महिलाओं का आना वर्जित था, मगर वक्त के बाद ये परंपरा बदल गई और वर्तमान में महिलाएं भी इस मंदिर में मां के दर्शन करती हैं।