पीएम मोदी ने अबू धाबी में रखी मंदिर की आधारशिला, कहा- भारत बदल रहा है

asiakhabar.com | February 11, 2018 | 1:53 pm IST

अबू धाबी। यूएई यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रथम हिंदू मंदिर की आधारशिला रखी। दुबई के ओपेरा हाउस में प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मंदिर का शिलान्यास किया।

मंदिर की नींव रखने के बाद पीएम मोदी ने भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया। दुबई के ओपरा हाउस भारतीयों के बीच पीएम मोदी ने कहा कि खाड़ी देशों के विकास के लिए भारतीयों ने अहम योगदान दिया है। पीएम के भाषण के दौरान कई बार मोदी-मोदी के नारे लगे। अपने भाषण में उन्होंने नोटबंदी, जीएसटी जैसे तमाम मुद्दों का जिक्र किया और कहा कि दुनिया का भारत के प्रति नजरिया बदल रहा है। भारतीय समुदाय के लोगों ने भारत माता की जय के भी नारे लगाए।

पीएम मोदी के भाषण की मुख्य बातें –

– हमारा नाता सिर्फ कारोबार का नहीं, सहयोग का है।

– खाड़ी देशों की विकास यात्रा में 30 लाख से ज्यादा भारतीय भी शामिल हैं।

– मोदी ने कहा कि अबू धाबी में सेतु के रूप में मंदिर का निर्माण हो रहा है। यह मानव साझेदारीका बेहतरीन उदाहरण है। अबू धाबी का यह मंदिर बेहद भव्य होगा। इसके लिए मैं यूएइ के प्रिंस का दिल से आभार व्यक्त करता हूं।

– दुबई में बसता है लघु भारत।

– पिछले चार साल में देश का आत्मविश्वास बढ़ा है। निराशा, आशंका और दुविया के दौरे से भी गुजरे। अब भारत विकास की नई ऊचाइंयों को छू रहा है।

– आज देश नहीं पूछ रहा कि होगा या नहीं होगा? आज पूछते हैं कि मोदी जी बताओ कब होगा?

– पहले निराशा के दिन भी हमने देखें है। आज विश्वास है कि होगा तो अभी होगा।

– भारत की विश्व रैंकिंग में जबरदस्त उछाल आई है।

– दुनिया कह रही है कि 21वीं सदी भारत की सदी है।

– नोटबंदी को गरीब ने सही कदम माना है हालांकि दो सालों से कुछ लोगों की नींद उड़ी हुई है।

– 60 साल से अटकी GST पास हुआ।

– बदलाव आने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। लोगों को अच्छे लगने वाले नहीं फायदे वाले कदम की जरुरत है।

– पीएम मोदी के भाषण खत्म होने के बाद भारत माता की जय के नारे भी लगे।

PM मोदी के संबोधन से पहले सुनाई दिया गुजराती गीत –

पीएम मोदी के संबोधन से पहले ओपेरा हाउस में गुजराती गीत सुनाई दिया। भारतीय छात्रा सुचेता ने गुजराती, असमिया, मलयालम समेत अन्य भारतीय भाषाओं में गीत गाकर दर्शकों को आकर्षित किया। सुचेता 107 भाषाओं में गीत गाने में सक्षम हैं। इसके लिए उनका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज हो चुका है।

शनिवार शाम अबू धाबी पहुंचे पीएम मोदी को मंदिर समिति के सदस्यों ने मंदिर से जुड़ा साहित्य सौंपा। यूएई में भारत के राजदूत नवदीप सिंह सूरी ने कहा, ‘अबू धाबी में प्रथम हिंदू मंदिर 55000 वर्ग मीटर भूमि पर बनेगा और यह विशाल अबू धाबी में ‘अल वाकबा’ नाम की जगह पर बनेगा। इसका शिलान्यास ऐतिहासिक होगा।’

शहीदों को श्रद्धांजलि –

इस बीच मंदिर की आधारशिला रखने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वहात-अल-करामा मेमोरियल पहुंचे, जहां उन्होंने शहीद संयुक्त अरब अमीरात जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

पीएम मोदी रखेंगे मंदिर की आधारशिला –

हाइवे से सटा अल वाकबा, अबू धाबी से करीब 30 मिनट की दूरी पर है। प्रधानमंत्री मोदी भारतीय समुदाय के कार्यक्रम के दौरान मंदिर की आधारशिला रखे जाने के साक्षी बनेंगे। सूरी ने कहा कि रविवार को आप एक भव्य शिलान्यास समारोह देखेंगे, जो दुबई के ओपेरा हाउस में लाइव स्ट्रीम किया जाएगा।

यह परंपरा का प्रौद्योगिकी से मिलना है। प्रधानमंत्री मोदी भारतीय समुदाय के कार्यक्रम के दौरान मंदिर के आधारशिला को हरी झंडी दिखाएंगे। उन्होंने बताया कि मोदी दुबई ओपेरा हाउस में भारतीय समुदाय के साथ एक बैठक करेंगे। इस मंदिर का निर्माण भारतीय शिल्पकार कर रहे हैं।

2020 तक तैयार हो जाएगा मंदिर –

मंदिर का निर्माण कार्य साल 2020 तक पूरा हो जाएगा। निर्माण क्षेत्र की देखभाल करने वाले बोचासनवासी श्री अक्षर पुरषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) राजस्थान से लाए गए एक विशेष गुलाबी रंग के पत्थर को नींव रखने के दौरान इस्तेमाल करेंगे।

बीएपीएस के प्रवक्ता ने बताया कि यह पश्चिम एशिया में पत्थरों से बना पहला हिंदू मंदिर होगा। सभी धार्मिक पृष्ठभूमि के लोगों के लिए इसे खोला जाएगा। अबू धाबी में यह पहला पारंपरिक हिंदू मंदिर होगा। शिलान्यास समारोह की तैयारियों लगभग पूरी हो चुकी हैं। बताया जा रहा है कि संत ईश्वर चंद स्वामी के नेतृत्व में 12 संत प्रथम मंदिर की आधारशिला का अनुष्ठान कराएंगे।

बीआर शेट्टी ने शुरू की मंदिर बनाने की मुहिम –

गौरतलब है कि बीआर शेट्टी ने मंदिर को बनाने की मुहिम छेड़ी है, जो अबू धाबी के जाने-माने भारतीय कारोबारी हैं। शेट्टी ‘यूएई एक्सचेंज’ नाम की कंपनी के एमडी और सीइओ हैं। वैसे तो मंदिर साल 2017 के आखिर तक बन कर तैयार हो जाना था, लेकिन कुछ कारणों से इसमें देरी हुई। अब पीएम मोदी के दौरे और भूमिपूजन के बाद मंदिर की नींव रखी जाएगी और काम शुरू होगा।

इन देवी-देवताओं की होगी पूजा –

बताया जा रहा है कि दुबई के प्रथम मंदिर में भगवान कृष्ण, शिव और अयप्पा की मूर्तियां होंगी। अयप्पा को विष्णु का एक अवतार बताया जाता है और दक्षिण भारत खासकर केरल में इनकी पूजा होती है। बता दें कि दुबई में दो मंदिर और एक गुरुद्वारा जरूर है, लेकिन अबू धाबी में कोई भी मंदिर नहीं है। गौरतलब है कि यूएई में भारतीय समुदाय के करीब 30 लाख लोग रहते हैं।


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