इस्लामाबाद। भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को लेकर पाकिस्तान की नई पैंतरेबाजी सामने आई है। ताजा घटनाक्रम में उसने भारत पर कुलभूषण जाधव को लेकर पूछे गए सवालों के जवाब नहीं देने की तोहमत मढ़ी है।
पाकिस्तान ने शुक्रवार को कहा कि मौत की सजा पाए भारतीय कैदी कुलभूषण जाधव के पासपोर्ट और उनकी सेवा के विवरण की जानकारी के बारे में पूछे गए सवालों पर नई दिल्ली ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। उसने इसे अफसोसजनक बताया है।
पाकिस्तान के विदेश विभाग के प्रवक्ता डॉ. मुहम्मद फैसल ने दावा किया कि उन्होंने भारतीय नौसेना कमांडर कुलभूषण जाधव को गिरफ्तार किया था। पाकिस्तान का झूठा दावा है कि कुलभूषण ने पाकिस्तान में कई आतंकी घटनाओं में अपनी भागीदारी स्वीकार की है।
उन्होंने कहा, “यह अफसोसजनक है कि कमांडर कुलभूषण जाधव के पास हुसैन मुबारक पटेल का पासपोर्ट कैसे आया या भारतीय नौसेना से उनकी सेवानिवृत्ति का किसी भी विवरण, को लेकर पूछे गए सवाल पर भारत ने अब तक हमें कोई जवाब नहीं दिया है।”
मालूम हो, पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने अप्रैल, 2017 में जासूसी और आंतकवाद के आरोप में 47 वर्षीय जाधव को फांसी की सजा सुनाई थी। हालांकि भारतीय की अपील पर अंतरराष्ट्रीय कोर्ट ने मई 2017 में इस पर रोक लगा दी थी। जाधव की राजनयिक मदद की मांग को भी पाकिस्तान कई बार ठुकरा चुका है।