श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के सुंजवां में सेना के कैंप पर हुए शनिवार सुबह 4.55 बजे हुए आतंकी हमले के बाद अब तक ऑपरेशन जारी है। इस बीच सेना ने एक बयान जारी कर हमले में एक जवान के शहीद होने की पुष्टि की है वहीं बताया है कि आतंकी हमले में जो लोग घायल हुए हैं उनमें महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।
आतंकी हमले में अब तक दो जवानों के शहीद होने की खबर है वहीं 7 अन्य घायल हुए हैं हालांकि, सेना ने एक के शहीद होने की पुष्टि की है। शहीद होने वालों में जेसीओ मदन लाल चौधरी शामिल हैं वहीं उनकी बेटी हमले में घायल हो गई है। फिलहाल दोनों ही तरफ से फायरिंग जारी है और आतंकियों से निपटने के लिए पैर कमांडो टीमें आर्मी कैंप पहुंची हैं। इन कमांडोंज को उधमपुर और सरसवा से बुलाया गया है।
गृहमंत्री बोले आश्वस्त रहें, सैनिक झुकने नहीं देंगे आपका सिर
हमले को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि फिलहाल ऑपरेशन जारी है इसलिए ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा लेकिन आश्वस्त रहें सेना के जवान आपका सिर झुकने नहीं देंगे। इस बीच जम्मू-कश्मीर विधानसभा के स्पीकर कविंद्र गुप्ता ने इस हमले को रोहिंग्या मुस्लिमों से जोड़ दिया है। उन्होंने कहा है कि आतंकियों ने हमले के लिए रोहिंग्याओं को हथियार बनाया हो। वहीं राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने इसकी निंदा करते हुए ट्वीट किया है। मुफ्ती ने लिखा है हि सुंजवां हमले से बेहद आहत हूं और मेरी भावनाएं सैनिकों और उनके परिवारों के साथ हैं।
हमले के चलते पूरे जम्मू में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है और कैंप के 500 मीटर के दायरे में मौजूद सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है। वाहनों की लगातार चैकिंग जारी है। इस बीच विधानसभा में भी हमले को लेकर हंगामा हुआ।
ऐसे हुआ हमला
यह हमला शनिवार अल सुबह हुआ जब 3-4 आतंकियों ने सुंजवां में आर्मी कैंप के रिहायशी इलाके के पास फायरिंग करते हुए घुसे। बताया जा रहा है कि आतंकी कैंप में टोटा खाड़ नाला की तरफ से दाखिल हुए थे। कहा जा रहा है कि इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है।
आतंकियों के कैंप में प्रवेश करने के बाद उन्हें एक क्वार्टर में घेर लिया गया है ताकि वहां रह रहे परिवारों को कोई नुकसान ना पहुंचे। हमले के बाद सेना कैंप के अंदर मौजूद आतंकियों से निपटने के लिए ऑपरेशन तेज हो गया है। QRT की चार टीमों को आर्मी कैंप के अंदर भेजा गया है। उस घर को चारों ओर से घेर लिया गया है, जिसमें आतंकी छिपे बैठे हैं। वहीं आर्मी ने हमले की जानकारी रक्षा मंत्री को दे दी है।
हमले की पुष्टि करते हुए जम्मू आईजीपी एसडी सिंह जमवाल ने बताया कि सुबह लगभग 4.55 बजे संत्री ने संदिग्ध गतिविधियां देखीं। इसके बाद संत्री ने फायर किया जिसके जवाब में सामने से भी फायरिंग हुई। अभी फिलहाल आतंकियों के बारे में कुछ भी जानकारी नहीं मिल पाई है और उन्हें एक फेमिली क्वार्टर में घेर लिया गया है। हमले में एक हवलदार और उसकी बेटी घायल हुए हैं। ज्यादा जानकारी का इंतजार है।
आतंकी हमले को अफजल गुरु की बरसी से जोड़कर देखा जा रहा
संसद में हुए आतंकी हमले के दोषी अफजल गुरु की पांचवी बस्सी से इस हमले को जोड़कर देखा जा रहा है। सुरक्षा एजेंसीयों ने पहले ही अफजल गुरु की बरसी पर जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले की आशंका व्यक्त की थी।