नई दिल्ली। पुलिस बैरिकेड से बंधे तार में उलझने की वजह से 21 बरस के एक डिस्को जॉकी की मौत हो गई।
पुलिस के मुताबिक हादसा उस वक्त हुआ, जब ये लड़का उत्तर-पश्चिम दिल्ली के नेताजी सुभाष प्लेस से अपना काम खत्म कर घर लौट रहा था। अभिषेक नाम का लड़का अपनी बाइक पर था और शकूरपुर के एफ-ब्लॉक एरिया में घुसा ही था कि पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड के तार में उलझ गया। पुलिस की मानें तो अभिषेक की बाइक की रफ्तार काफी तेज थी। इसी वजह से वो तार नहीं देख सका और उसमें उलझने की वजह से गर्दन कट गई और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। डीसीपी (नॉर्थ वेस्ट) असलम खान ने बताया कि शुरुआती जांच में डिविजन स्टाफ की लापरवाही सामने आई है। इस मामले में आईपीसी की धारा 304A के तहत लापरवाही से मौत का मुकदमा दर्ज किया है। पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के बाद तफ्तीश जारी है। निलंबित पुलिसकर्मियों में एक सब इंस्पेक्टर, एक हेड कॉन्स्टेबल और दो कॉन्स्टेबल हैं। ऐसे हुआ अभिषेक के साथ हादसा-
कहा जा रहा है कि अभिषेक रात में डीजे बजाकर शकूरपुर स्थित अपने घर लौट रहा था। घटनाक्रम के मुताबिक, स्थानीय पुलिस ने रोड की चार लेन के बीच में डिवाइडर के तौर पर दो बैरिकेड्स लगाए थे। वहां दो बैरिकेड्स कम थे, इसलिए उनकी जगह एक बैरिकेड से डिवाइडर के बीच तार निकाली हुई थी। अभिषेक ने एक लेन से दूसरे लेन में बाइक ले जाने की कोशिश की, लेकिन अंधेरे में उसे बैरिकेड से बंधी तार नजर नहीं आई। तार उसकी गर्दन में फंसी, जिससे वह बुरी तरह उलझकर गिर गए। जिससे गर्दन पर कट लगने के बाद उनके सिर में भी गहरी चोटें आईं।
परिजनों की मानें तो अभिषेक को जब तक अस्पताल ले गए, मौत हो चुकी थी। वहीं, अभिषेक की मां का कहना है कि लापरवाह पुलिसवालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। जो जिम्मेदार है, उसे सजा मिलनी चाहिए। वहीं, अभिषेक के एक रिश्तेदार सुनील का कहना है कि इस जगह पर कोई भी पुलिसवाला नहीं था। स्थानीय लोगों ने ही उसकी मदद की। बैरिकडिंग लगे थे, तो यहां पर पीसीआर होनी चाहिए थी। अभिषेक के साथ हुए हादसे से तकरीबन 15 मिनट पहले एक और आदमी इन तारों की चपेट में आया था, लेकिन वह बचा गया।