किम्बरली। भारतीय पुरुष टीम के साथ महिला टीम भी बुधवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उसी की धरती पर ताल ठोंकने उतरेगी। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहला वनडे जीतने वाली भारतीय महिला टीम तीन मैचों की सीरीज का दूसरा मुकाबला जीतकर सीरीज अपने नाम करना चाहेगी।
सात माह पहले विश्व कप फाइनल में पहुंचने वाली भारतीय महिला टीम ने दक्षिण अफ्रीकी टीम को पहले वनडे में 88 रनों से पराजित किया था। यह सीरीज आईसीसी महिला चैंपियनशिप के पहले दौर के कार्यक्रम में है जिसको जीतकर दोनों टीमों के पास 2021 विश्व कप में क्वालीफाई करने का मौका है। मिताली राज की अगुआई में विश्व कप फाइनल में पहुंचने के बाद सोमवार को भारतीय टीम ने पहला वनडे खेला था। बीसीसीआई की खराब कार्ययोजना के बावजूद भारतीय महिलाओं ने अच्छा प्रदर्शन किया।
मैच का प्रसारण नहीं होने से प्रशंसक नाराज
भारतीय महिला टीम के विश्व कप में उपविजेता रहने पर पूरे देश में हल्ला मचा और इनामों की बौछार हुई। तब लग रहा था कि शायद महिला क्रिकेट के अच्छे दिन आ ही जाएंगे, लेकिन अभी शायद महिला क्रिकेट को अपनी उपस्थिति दर्ज करवाने के लिए लंबा सफर तय करना है क्योंकि दक्षिण अफ्रीका में चल रही उनकी वनडे सीरीज का भारत में किसी चैनल में प्रसारण नहीं हो रहा है। वह भी तब जब तीन मैचों की यह सीरीज आईसीसी वुमंस चैंपियनशिप का हिस्सा है जो टीमों के लिए अगले विश्व कप के द्वार खोलेगी।
इससे सोशल मीडिया पर भारतीय प्रशंसक काफी नाराज दिखे। भारतीय महिला टीम के पहले मुकाबले को क्रिकेट प्रशंसक नहीं देख पाए थे। सिर्फ क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका और बीसीसीआई के आधिकारिक ट्विटर पेज पर मैच का लाइव स्कोर बताया गया। मैच से जुड़ा कोई प्रसारण ना टीवी और ना ही किसी तरह के सोशल मीडिया या डिजिटल प्लेटफॉर्म पर किया गया। बीसीसीआई के अधिकारियों का कहना है कि इस सीरीज के प्रसारण की जिम्मेदारी क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका की थी कि वे इन मैचों के लाइव प्रसारण की व्यवस्था करते।
बीसीसीआई भारत से बाहर खेले जा रहे मैचों की फुटेज भी उपलब्ध नहीं करा सकता। बीसीसीआई के पास भारत से बाहर खेले जा रहे मैचों का कोई अधिकार नहीं है। जब महिला और पुरुष टीमें एक ही मैदान पर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी-20 मैच खेल रही होंगी तब मैचों का लाइव प्रसारण किया जाएगा।