पद्मावत’ की सोमवार और मंगलवार की कमाई लगभग समान है। अच्छा यह है कि फिल्म ने दोनों दिन बढ़िया कमाया है।
किसी आम दिन अगर इसे 15 करोड़ रुपए मिल रहे हैं तो वाकई बड़ी बात है। सोमवार को इतनी ही कमाई हुई। मंगलवार के दिन इसे 14 करोड़ रुपए मिले। कुल कमाई 143 करोड़ रुपए हो गई है। एेसी ही कमाई होती रही तो एक दिन में यह 150 करोड़ के पार होगी।
चार राज्यों में रिलीज हुए बगैर इतने कम समय में ये कमाई बड़ी बात है। बता दें कि देश में बुधवार रात को हुए पेड प्रिव्यूज से मिली रकम करीब पांच करोड़ रुपए है। गुरुवार को इसे 19 करोड़ रुपए जेब में आए। शुक्रवार को 32 करोड़ रुपए मिले। शनिवार की कमाई 27 करोड़ रही। संडे को 31 करोड़ की कमाई हुई है।
यह फिल्म गुरुवार को पूरे देश में लगना थी लेकिन कुछ प्रदेशों में यह रिलीज नहीं हो पाई। जहां यह रिलीज नहीं हुई है, वे बड़े प्रदेश हैं तो कमाई में खासा असर पड़ेगा। इंदौर, भोपाल, अहमदाबाद, बड़ौदा, जयपुर जैसे तमाम बड़े शहरों से यह गायब है। कर्नाटक बंद के कारण यहां भी यह फिल्म गुरुवार शाम को लग पाई। बता दें कि विरोध अब भी जारी है। सबसे ऊपरी अदालत अपनी बात पर कायम है कि राज्य क़ानून व्यवस्था को बनाये रखते हुए ‘पद्मावत’ को रिलीज़ करें। लेकिन कई इलाकों में वितरक और मल्टिप्लेक्स ही इसे लगाने से बच रहे हैं।
करीब दो घंटे 43 मिनट की ‘पद्मावत’, जायसी के आधार और भंसाली की सिनेमेटिक सोच का मिश्रण मानी जा रही है। भंसाली, मैग्नम-ओपस बनाते हैं तो उसके लिए बजट भी बहुत बड़ा चाहिए। पहले एक बड़े प्रोडक्शन हाउस ने पद्मावत (तब पद्मावती) में पैसा लगाने का फ़ैसला किया था लेकिन बाद में पैर पीछे खींच लिए। इसके बाद वायकॉम 18 आगे आया। तब फिगर आया 180 करोड़ रुपए, इसमें प्रिंट और पब्लिसिटी के 25 करोड़ रुपए शामिल नहीं है। लेकिन फिल्म के टल जाने के कारण अब लागत पर और बोझ आ गया है और माना जा रहा है कि कॉस्टिंग 200 करोड़ रुपए से भी आगे जा सकती है। ‘पद्मावत’ को हिंदी के साथ तमिल और तेलुगु भाषाओं में भी रिलीज़ किया गया है।
‘पद्मावत’ को लंबा वीकेंड मिला था। यह लगभग 3500 स्क्रीन्स पर ही रिलीज हो पाई है।