वाशिंगटन। अपने कार्यकाल का एक साल पूरा कर चुके अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपना पहला स्टेट ऑफ यूनियन संबोधन दिया। इस दौरान उन्होंने ना सिर्फ अमेरिका को फिर से महान बनाने की बात कही बल्कि आतंकवाद, नॉर्थ कोरिया के अलावा शरणार्थियों को लेकर भी बोले।
ट्रंप ने अपने संबोधन में कहा कि यही समय है जब मेरिट आधारित इमिग्रेशन सिस्टम की तरफ बढ़ा जाए। इसके तहत देश में उन लोगों को जगह दी जाए तो स्किल्ड हो, हमारे समाज में योगदान दे सकते हो और हमारे देश को प्यार और सम्मान दें।
ट्रंप ने इस मौके पर अमेरिका के सामने लगातार चुनौतियां पेश कर रहे उत्तर कोरिया का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि किसी भी सत्ता ने अपने ही लोगों का उतनी क्रूरता से शोषण नही किया जितना उत्तर कोरिया ने किया। उत्तर कोरिया की मिसाइल हमारे देश को भी डरा सकती है। हम एक ऐसा अभियान चला रहे हैं, ताकि उस पर दबाव बन सकें और हम ऐसा होने से रोक सकें।
बता दें कि एक दिन पहले ही अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआए के निदेशक ने एक इंटरव्यू में इस बात को लेकर चिंता जताई कि उत्तर कोरिया कुछ महीनों में अमेरिका पर परमाणु हमला कर सकता है।
अपनी उपलब्धियों को गिनाते हुए ट्रंप ने कहा कि हमने पिछले एक साल में काफी कुछ हासिल किया है और कई चुनौतियों का सामना किया है। चुनाव के बाद हमने 2.4 मिलियन नई नौकरियां दी हैं। बेरोजगारी की दर अभी देश में सबसे कम है। हमने अमेरिका के इतिहास में सबसे ज्यादा टैक्स में बदलाव लाए।
आतंकी संगठन आईएस को लेकर ट्रंप ने कहा कि हम आईएस के खिलाफ अपनी लड़ाई तब तक जारी रखेंगे जब तक कि वो हार नहीं जाता। आतंकी सिर्फ अपराधी नहीं होते बल्कि गैरकानून दुश्मन लड़ाके होते हैं और जब उन्हें किसी अन्य देश में पकड़ा जाता है तो उन्हें आतंकियों की तरह ही ट्रीट किया जाना चाहिए।