नई दिल्ली। दिल्ली में सीलिंग का मुद्दा गरमाता जा रहा है। जहां एक तरफ केजरीवाल सरकार भाजपा पर आरोप लगा रही है वहीं भाजपा नेता केजरीवाल सरकार को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। इसके अलावा अरविंद केजरीवाल ने एलजी को निशाना बनाते हुए मांगे ना मानने का आरोप लगया है।
इस बीच इस मुद्दे पर अरविंद केजरीवाल से मिलने पहुंचे भाजपा नेताओं ने आप कार्यकर्ताओं पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। खबरों के अनुसार मंगलवार भाजपा नेताओं का एक दल केजरीवाल से मिलने उनके आवास पर पहुंचा।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवाली की अगुवाई में विधायक और व्यापारी इसमें शामिल थे। आरोप है कि इस दौरान दोनों दलों के नेताओं के बीच झड़प हुई जिसके बाद भाजपा नेता वहां से लौट आए और शिकायत के लिए थाने पहुंचे। वहीं आप का दावा है कि केजरीवाल ने भाजपा नेताओं का स्वागत किया और मीटिंग में शामिल होने के लिए कहा लेकिन भाजपा नेता वहां से चले गए। मनोज तिवारी ने आरोप लगाया कि उन्होंने मुख्यमंत्री से कई बार मिलने का वक्त मांगा लेकिन उन्हें समय नहीं दिया गया।
इस बारे में अपनी सफाई देते हुए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने तुरंत एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई और अपनी तरफ से बात रखी। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कई सारे व्यापारियों के ऊपर सीलिंग की गाज गिर रही है। छोटे- छोटे व्यापारी बहुत ज्यादा परेशान है पिछले 1 साल के अंदर यह एक तरह से तीसरी बड़ी विपदा आई है। व्यापारी इससे पहले नोटबंदी का शिकार हुए, व्यापारी जिनका बिजनेस बंद हो गया उसके बाद जीएसटी की मार पड़ी ।अब अचानक सीलिंग का दौर शुरू हो गया जिस वजह से एक बार फिर से व्यापारी परेशान हो रहे हैं ।
सीएम ने कहा कि पूरे दिल्ली में व्यापारी बहुत ज्यादा परेशान है। सीलिंग क्यों हो रही है इसका कारण जानने के लिए मैंने एलजी साहब को चिट्ठी लिखी थी। साथ ही मैंने उनको उसका समाधान और उसके कारण दोनों ही चिट्ठी के जरिए बताया था। मैंने एलजी से कहा था कि यदि यह समाधान व्यापारियों को मिल जाए तो इससे व्यापारियों को राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि यदि एफआईआर बढ़ा दिया जाए वही कन्वर्शन चार्ज भी माफ कर दी जाए। 3-4 पॉइंट्स मैंने एलजी साहब के सामने रखे थे।
सीएम ने कहा कि कन्वर्जन चार्ज जो 80000 से ऊपर थे उसको कम करके 22,000 कर दिया गया। लेकिन 22,000 भी छोटा रकम नहीं है। इसलिए हमने मांग रखी है इस 22,000 को भी माफ कर दिया जाए। हमने यह सारी पांचों मांग रख दी है जिसे पूरा या तो केंद्र सरकार कर सकती है या फिर एलजी कर सकते हैं। केजरीवाल ने कहा कि जिस दिन हमने यह मांग रखी थी उसी दिन इस मांग को पूरा कर सकते थे। यह केवल 24 घंटे का काम था लेकिन ऐसा उन्होंने नहीं किया।
केजरीवाल ने बताया कि कल मेरे पास एक चिट्ठी आई थी जिसमें यह लिखा था कि भाजपा के सारे सांसद, सारे विधायक और सभी जनरल सेक्रेटरी सीलिंग के ऊपर चर्चा करना चाहते हैं। मैंने सोचा इस चर्चा से कोई हल निकलेगा इसलिए मैंने चर्चा के लिए अपने सारे विधायकों को भी बुला लिया। लेकिन आज सुबह जैसे ही चर्चा शुरू हुई उन्होंने कहा कि हम चर्चा ऐसे नहीं करेंगे ,हम अकेले में चर्चा करेंगे।
हमने कहा कि सामने कौन है हमारे विधायक ही हैं और मीडिया है, तो चर्चा करते हैं। लेकिन उन्होंने चर्चा नहीं की मैं गिड़गिड़ाता रहा कि दिल्ली के लोगों का सवाल है ,आप चर्चा कीजिए ,लेकिन उन्होंने नहीं की। वह एक ही बात बार-बार दोहराते रहे थे कि 351 सड़कों का क्या हुआ? मैंने उनसे यह भी पूछा कि 351 सड़कों में से एक भी दुकानें सील हो रही हो तो हमें बता दे ? केजरीवाल ने कहा कि अभी 351 सड़कों का मुद्दा नहीं है।
उन्होंने बताया कि 351 सड़कों को लेकर जो रिपोर्ट तीनों एमसीडी को यूडी मिनिस्ट्री को देनी थी जिसे उन्होंने आज तक नहीं दी ।उन्होंने हमसे कल तक का टाइम मांगा है क्योंकि जब तक 351 सड़कों की रिपोर्ट नहीं मिल जाती तब तक हम उसे आगे नहीं बढ़ा सकते। उस रिपोर्ट को हमें आगे सुप्रीम कोर्ट को तैयार करके देना है ।उन्होंने कहा कि कल मैं मार्केट के में जाऊंगा और व्यापारियों से मिलूंगा