जोहान्सबर्ग। वांडरर्स की पिच पर 48 रनों की साहसिक पारी खेलने वाले भारतीय बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने कहा कि विकेट कठिन है, लेकिन हमारे ओपनर ने अच्छी बल्लेबाजी की। विकेट दोनों टीमों के लिए एक समान था। विजय ने 130-140 गेंद खेलकर 25 रन बनाए। हम इस मैच को खेलकर जीतना चाहते हैं। जब मैं और भुवी खेल रहे थे तो विकेट के बारे में नहीं सोच रहे थे। हम सिर्फ आने वाली गेंद के बारे में सोच रहे थे। कुछ गेंदें हमें लगीं, लेकिन उस पर हमारा नियंत्रण नहीं था।
जब उनसे दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज डीन एल्गर को लगी गेंद के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि नहीं, यह खतरनाक नहीं थी। जैसा हमारे मैनेजर ने कहा कि शॉर्ट गेंद ज्यादा बाउंस के साथ गई। विकेट के हिसाब से यह पूर्णत: वैसी ही थी जैसे पहले आ रही थी। जब मैं, भुवी और विजय नई गेंद का सामना कर रहे थे तो ऐसा ही हो रहा था। यह एक टीम के लिए खतरनाक नहीं था। अंपायर के बार-बार भारतीय बल्लेबाजों से बात करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वे पूछ रहे थे कि हम ठीक हैं या नहीं। जब मेरे दस्ताने पर गेंद लगी तो उन्होंने कहा कि आप अपना समय लो, कोई जल्दबाजी नहीं है। अगर आप फिजियो को बुलाना चाहते हो तो बुलाओ।
दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों के ड्रामा करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं इस पर कुछ नहीं कहना चाहता हूं, लेकिन यहां नई गेंद पर बल्लेबाजी करना आसान नहीं है। जब हाशिम अमला ने पहली पारी में 60 रन बनाए तब किसी ने इस बारे में बातचीत की। अपनी पारी को लेकर उन्होंने कहा कि जब आप महाराष्ट्र में कांगा लीग खेलते हैं तो उसमें इससे भी खतरनाक पिच होती हैं, लेकिन जब आप देश के लिए खेलते हैं तो आपको किसी भी हालात में खेलना होता है।