गुजरात के उत्साहवर्धक नतीजों के बाद अब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कर्नाटक के मैदान में पूरे दम-खम के साथ उतरने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होने पार्टी के नेताओं से कर्नाटक के मुद्दों का ख्याल रखते हुए घोषणा पत्र तैयार करने को कहा है।
राहुल गांधी ने कर्नाटक चुनावों को गंभीरता से लेते हुए जमीन से जुड़े हुए मुद्दों को घोषणा पत्र में शामिल करने को कहा है।
आम जन के हित में होगा कांग्रेस का घोषणापत्र-
इसी साल कर्नाटक में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जहां कांग्रेस अपनी हूकुमत को बचाए रखने की जद्दोजहद में लगी हुई है, वहीं भाजपा कांग्रेस का सुपड़ा साफ करने की दिशा में आगे बढ़ रही है।
एक वरिष्ठ पार्टी नेता ने बताया कि, ‘ वरिष्ठ कांग्रेस नेता वीरप्पा मोइली की अध्यक्षता वाली टीम ने मिशन कर्नाटक का आगाज कर दिया है और राज्य में मतदान से पहले सर्व-शामिल घोषणापत्र आने की संभावना हैं।’
कर्नाटक के प्रभारी एआईसीसी सचिव मधु गौड़ यक्शी ने कहा, ‘पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने सभी नेताओं को घोषणा पत्र पर काम करने को कहा है जो वास्तव में कर्नाटक के लोगों की अपेक्षाओं को दर्शाता हो।’
इसी अभ्यास के दर्ज पर पिछले साल दो चरण के विधानसभा चुनाव से पहले दूरसंचार उद्यमी सैम पित्रोदा ने गुजरात के पांच शहरों वडोदरा, अहमदाबाद, राजकोट, जामनगर और सूरत के निवासियों से बातचीत की थी।
शिक्षा, रोजगार जैसे मुद्दों पर होगा केंद्रित-
पार्टी के एक अन्य नेता के मुताबिक कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए तैयार किया जा रहा मैनिफेस्टो शिक्षा, स्वास्थ्य, छोटे और मध्यम उद्यमों, रोजगार के साधन और पर्यावरण संरक्षण पर केंद्रित होगा।
कांग्रेस ने कहा कि राज्य के दौरे से हमें यह जानने में मदद मिली कि लोग क्या चाहते है। यह अपने कार्यालयों में बैठे नेता और घोषणा पत्रों का मसौदा तैयार करने से बेहतर है।
उन्होंने कर्नाटक में कहा, पार्टी इकाई विकास से संबंधित सामाजिक-आर्थिक पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करेगी।
कांग्रेस नेता का कहना है कि, ‘सिद्धारमैया की अगुवाई वाली कर्नाटक सरकार ने राज्य में अच्छा प्रदर्शन किया है और लोगों की हित में क्षीर भाग्य, अन्ना भाग्य, कृषि भाग्य, इंदिरा वस्त्र भाग्य, इंदिरा कैंटीन और अन्य कई योजनाओं को लागू किया है।
कर्नाटक में त्रिकोणीय मुकाबला संभव-
भले ही 224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए अभी तक तारीखों की घोषित नहीं हुई हो, लेकिन इस हाईवोल्टेज चुनाव के लिए कैंपेनिंग अभी से शुरू हो गई है।
कांग्रेस और भाजपा दोनों कर्नाटक के रण को जीतने के लिए चुनावी दंगल में कूद चुकी हैं। दक्षिणी राज्य से उम्मीद है कि एचडी देवगौड़ा की अगुआई वाली जनता दल (सेक्युलर) तीसरे प्रमुख खिलाड़ी के तौर पर देखी जा रही है। जिसका मतलब है कि राज्य में त्रिकोणीय मुकाबले की उम्मीद है।