नई दिल्ली। ऑल इंडिया टेक्नीकल एजुकेशन (AICTE) ने इंजीनियरिंग छात्रों का करिकुलम बदल दिया है। यह नया करिकुलम बुधवार को जारी कर दिया गया। खबरों के अनुसार इसके तहत इंजीनियर बनने के लिए एक छात्र को अब तक मशीनों, सॉफ्टवेयर्स, बिग डेटा और दूसरी तकनीकी चीजें पढ़ना होती थी लेकिन अब उन्हें इनके साथ ही वेद, पुराण और योग का भी अध्ययन करना होगा।
बुधवार को द्वार जारी किए गए नए करिकुलम में छात्रों को वेद पुराण के अलावा पर्यावरण और संविधान के बारे में भी पड़ना होगा। नए करिकुलम में छात्रों पर से थेयरी का बोझ कम करते हुए प्रैक्टिकल को बढ़ावा दिया गया है।
खबरों के अनुसार अब बीटेक के लिए छात्रों को 220 की बजाय 160 क्रेडिट नंबर की ही जरूरत होगी। इन 160 क्रेडिट्स में से 14 क्रेडिट्स 6 से 8 महीने की इंडस्ट्रीयल इंटर्नशिप के होंगे जो सबके लिए जरूरी होगी। छात्रों को अपनी डिग्री के पहले यह इंटर्नशिप पूरी करनी होगी। फिलहाल देश के टॉप स्कूल्स ही छात्रों को इंटर्नशिप ऑफर करते हैं।
केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बुधवार को यह नया करिकुलम लॉन्च किया है। इसमें किए गए बदलावों को लेकर बोलते हुए उन्होंने कहा कि इंटर्नशिप जरूरी किए जाने से इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स को समाज और इंडस्ट्री की जरूरतों से जुड़ने में मदद करेगा। नया सिलेबस मॉडल करिकुलम बनाकर छात्रों के हित में तैयार किया गया है।
एआईसीटीई द्वारा बनाया गया यह नया करिकुलम वर्तमान शैक्षणिक वर्ष में ही लागू हो जाएगा।