जम्मू। पाक की नापाक हरकतों की वजह से सीमा पर से लगातार लोगों का पलायन जारी है। भारी गोलीबारी के चलते हजारों लोगों ने अब तक राहत शिविरों में शरण ले ली है और लोगों का पलायन लगातार जारी है। उधर भारतीय सेना द्वारा दिए जा रहे कड़े जवाब का वजह से सीमापार कई पाक रेंजरों और लोगों के मारे जाने की खबर है।
पाकिस्तान के उप उच्चायुक्त को तलब कर लगाई गई फटकार के बावजूद पाक रेंजरों ने शनिवार लगातार चौथे दिन भी जम्मू संभाग में अंतरराष्ट्रीय सीमा से लेकर नियंत्रण रेखा तक भारी गोलाबारी जारी रखी। पाकिस्तान ने 19 सेक्टरों को निशाना बनाकर करीब 60 चौकियों और 120 से अधिक गांवों पर गोले दागे। इसमें पुंछ जिले की कृष्णा घाटी में एक सैनिक शहीद हो गया, जबकि आरएसपुरा सेक्टर में दो और कानाचक्क सेक्टर में एक नागरिक की मौत हो गई। पाक गोलाबारी में सीमा सशस्त्र बल (एसएसबी) के एक जवान सहित 21 लोग घायल भी हुए हैं।
पिछले चार दिन में पांच जवानों की शहादत सहित कुल 11 लोग पाक गोलाबारी में अपनी जान गंवा चुके हैं और करीब 55 घायल हैं। पाकिस्तान की इस हरकत का सीमा सुरक्षा बल ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया। सीमा पार पाकिस्तान के 10 रेंजरों की मौत व दो मोर्टार चौकियों के तबाह होने की सूचना है, लेकिन इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।शनिवार को कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर में गोलाबारी नहीं हुई, अरनिया सेक्टर में भी सुबह गोलाबारी के बाद दोपहर को शांति रही, लेकिन कानाचक्क, आरएसपुरा और अखनूर सेक्टर में पाकिस्तान ने गोलों की बरसात कर दी। दिनभर इन सेक्टरों में लोगों के घरों पर गोले गिरते रहे, जिनकी आवाज शहर तक सुनाई देती रही।
इस दौरान आरएसपुरा सेक्टर में मोर्टार गिरने से पंद्रह वर्षीय किशोर गारा राम निवासी कपूरपुर व गार सिंह पुत्र खुशविंद्र सिंह की मौत और नौ लोग घायल हुए। इस बीच, कानाचक्क सेक्टर में भी मोर्टार गिरने से तरसेम सिंह पुत्र बंसी लाल निवासी गजनसू की मौत व छह लोग घायल हो गए। अखनूर सेक्टर में भी छह लोग घायल हुए। कानाचक्क में गालोबारी में एसएसबी का एक जवान लालू राम पुत्र सिया राम निवासी उत्तर प्रदेश घायल हो गया। यहां पाकिस्तान ने पूरी रात गोलाबारी जारी रखी। गड़खाल में एक गोला एंबुलेंस पर गिरा, जिससे वह क्षतिग्रस्त हो गई। इसके अलावा सीमा पर कई घरों व वाहनों को भी नुकसान पहुंचा है। मवेशी भी मारे जा रहे हैं। अखनूर सेक्टर के परगवाल, गडखाल व अन्य क्षेत्रों को सुरक्षा के लिहाज से सील कर दिया गया है।
गोलाबारी को देखते हुए किसी को भी जाने की अनुमति नहीं है। उधर, नियंत्रण रेखा पर पाक सेना ने उपजिला नौशहरा के लाम, कल¨सया, भवानी, झंगड़, कलाल सेक्टर के साथ राजौरी के मंजाकोट, केरी व गंभीर सेक्टर में भारी गोलाबारी की। पुंछ के कालाकोट, तरकुंडी, हमीरपुर, बीजी, शाहपुर किरनी व कृष्णा घाटी सेक्टर में भी पाकिस्तानी मोर्टार गिरते रहे। इस दौरान पाक सेना ने स्नाइर शाट दागा, जिसमें कृष्णा घाटी सेक्टर की अग्रिम चौकी पर तैनात सिपाही मंदीप ¨सह पुत्र गुरुनाम ¨सह निवासी अलमपुल जिला संगरूर, पंजाब शहीद हो गया। पाक गोलाबारी को देखते हुए सीमा से पांच किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं और प्रशासन द्वारा लोगों को अपने घरों में ही रहने को कहा जा रहा है।
पलायन जारी, स्कूल बंद-
पाक गोलाबारी के चलते सीमावर्ती क्षेत्रों से लोगों का पलायन जारी है। अरनिया, सई खुर्द, पिंडी चाढ़का, त्रेवा, चक्क गोरिया, चंगिया, चानना, जबोबाल, चक्क जंदराल, कोटली काजिया सहित कई गांवों से लोगों ने पलायन कर दिया है। सीमांत क्षेत्रों से अब तक करीब 40 हजार लोग घर छोड़कर राहत शिविरों व अपने रिश्तेदारों के घरों में आ गए हैं। प्रशासन ने सीमांत क्षेत्र के स्कूलों को पहले ही बंद कर दिया है।
गोलाबारी से प्रभावित लोग क्षेत्र छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं-
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शनिवार को जम्मू संभाग में रेड अलर्ट घोषित करते हुए कहा कि पाकिस्तान द्वारा की जा रही गोलाबारी के कारण हालात खराब हैं। सीमांत क्षेत्रों में रहने वाले लोग प्रभावित क्षेत्रों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं।प्रशासन व पुलिस ने लोगों के लिए एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि सीमांत क्षेत्रों मंे लगातार गोलाबारी हो रही है। लोग इन क्षेत्रों से बाहर आ जाएं। बेकसूर लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। सरकार भी सतर्क है और सरकारी स्तर पर सभी चीजों का ख्याल रखा जा रहा है। हर सरकार अपने नागरिकों के प्रति पूरी तरह से जिम्मेदार है। सेना, बीएसएफ और पुलिस हर प्रकार के हालात से निपटने के लिए तैयार है। पुलिस ने इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को अपने घरों में बिजली बंद रखने और अंजान लोगों के साथ किसी भी प्रकार की जानकारी साझा न करने की सलाह दी है।
पुलिस ने कहा है कि सेना, बीएसएफ और पुलिस की जगह के बारे में किसी को न बताएं। अगर कोई व्यक्ति फोन पर अपने आप को सेना का अधिकारी भी कहता है और आपका जानकार नहीं है तो उससे भी कोई जानकारी न दें। लोगों से अपनी सुरक्षा के लिए सभी कदम उठाने को कहा गया है। एडवाइजरी में लोगों को अपना कीमती समान संभाल कर रखने तथा राशन के पर्याप्त प्रबंध करने को भी कहा गया है। वहीं राज्य के उपमुख्यमंत्री डा. निर्मल सिंह ने भी आरएस पुरा में जाकर लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने को कहा।
तीन कैंप व 300 सेंटर बनाए-
सीमांत क्षेत्रों से भारी संख्या में पलायन की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने जम्मू जिले में तीन कैंप बनाए हैं। हर कैंप में दो हजार लोगों के ठहरने की व्यवस्था है। जम्मू के एडिशनल डिप्टी कमिश्नर अरुण मन्हास ने बताया कि तीन सौ अन्य जगहों पर भी लोगों के ठहरने की व्यवस्था की है। शनिवार को जोड़ा फार्म में तीन सौ गुज्जर परिवार अब्दुल्लियां से आकर ठहरे हुए हैं। प्रशासन ने पुख्ता प्रबंध किए हैं।
120 से अधिक गांव प्रभावित, प्रबंध आसान नहीं-
पाक गोलाबारी में इस समय 120 से अधिक गांव प्रभावित है। सिर्फ जम्मू जिले में ही सीमा से पांच किलोमीटर के दायरे में 162 गांवों आते हैं। इनमें से करीब 80 पर पाकिस्तान गोलाबारी कर रहा है। इसी तरह सांबा, कठुआ, राजौरी और पुंछ जिलों के गांवों भी शामिल हैं। जम्मू के 162 गांवों में 1,27,053 लोग रहते हैं। अगर यह सभी सुरक्षित स्थानों पर आ जाएं तो प्रशासन के लिए संभालना भी आसान नहीं होगा।
सीमा पर गोलाबारी के बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह बरकरार-
सीमा पर पाकिस्तान द्वारा लगातार की जा रही गोलाबारी के बावजूद मां वैष्णो देवी के श्रद्धालुओं के हौसले बुलंद हैं और वे बेपरवाह होकर परिवार के साथ लगातार वैष्णो देवी भवन पहुंच रहे हैं। वर्तमान में प्रतिदिन 14 से 18 हजार श्रद्धालु परिवार के साथ आधार शिविर कटड़ा पहुंच रहे हैं। बीते दो दिनों से सीमा पर पाकिस्तान द्वारा की जा रही गोलाबारी से अनुमान लगाया जा रहा था कि वैष्णो देवी यात्रा में गिरावट होगी, पर इसके विपरीत श्रद्धालु बेखौफ होकर आधार शिविर कटड़ा पहुंच रहे हैं।
शनिवार को दोपहर बाद तीन बजे तक करीब 12 हजार श्रद्धालु अपना पंजीकरण करवाकर वैष्णो देवी भवन के लिए परिवार के साथ रवाना हो चुके थे।अगर ऐसे ही श्रद्धालुओं का उत्साह बना रहा तो उम्मीद है कि गणतंत्र दिवस के दिनों में यात्रा का आंकड़ा प्रतिदिन 25 हजार पहुंच सकता है, जिसकी उम्मीद नगर का व्यापारी वर्ग लगाए बैठा है। दूसरी ओर वर्तमान में आ रहे श्रद्धालु फूले नहीं समा रहे हैं, क्योंकि श्रद्धालुओं को मां वैष्णो देवी के अलौकिक दर्शनों के साथ ही प्राचीन गुफा के दर्शन भी हो रहे हैं। मौसम साफ रहने के चलते श्रद्धालुओं को बिना किसी परेशानी के हेलीकॉप्टर और बैटरी कार सेवा उपलब्ध हो रही है।