अलमाती। कजाकिस्तान में गुरुवार को एक बस में लगी आग के चलते 52 लोग जिंदा जलकर मर गए। एशियाई देशों की इमरजेंसी सर्विस मिनिस्ट्री द्वारा जारी किए गए बयान में इसकी पुष्टि कर दी गई है। इस बस में 55 लोग सवार थे जिनमें से तीन बचकर निकलने में सफल रहे।
बयान में कहा गया है कि हादसे में मरने वाले सभी लोग पड़ोसी मुल्म उज्बेकिस्तान के रहने वाले थे। खबरों को अनुसार ह दुर्घटना कजाकिस्तान के बाहरी इलाके अकतोब में हुई है। अकतोब क्षेत्र रूस के समारा शहर को कजाखिस्तान के शिमकेंट से जोड़ता है।
यह तो स्पष्ट नहीं है कि बस किस दिशा में यात्रा कर रही थी, लेकिन इस मार्ग का इस्तेमाल व्यापक रूप से उज्बेक प्रवासी श्रमिक रूस आने-जाने के लिए करते हैं, जहां वे निर्माण स्थलों पर काम करते हैं।
आंतरिक मंत्रालय के आपातकालीन विभाग ने एक बयान में कहा, जलती बस से केवल ती लोग ही अपनी जान बचाने में कामयाब रहे हैं। मंत्रालय ने कहा कि दुर्घटना स्थानीय सम अनुसार 10:30 पर हुई, लेकिन बस में आग कैसे लगी अबतक इसकी वजह साफ नहीं है।
हादसे में बचे ड्रायवर के बयान के अनुसार बस में आग बहुत तेजी से फैली जिसके चलते लोगों को बचने का मौक ही नहीं मिला।