नई दिल्ली। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और उनकी पत्नी सारा नेतन्याहू 14 जनवरी को भारत यात्रा पर दिल्ली पहुंचे, जहां भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी ने उनका गले लगाकर स्वागत किया।
आपको बता दें कि इजरायली पीएम का स्वागत करने के लिए भारत के पीएम मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़ा। हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं है कि किसी वैश्विक नेता का स्वागत करने के लिए पीएम मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़ा है।
एयरपोर्ट से दोनों प्रधानमंत्री सीधे तीन मूर्ति चौक पहुंचे, जहां उन्होंने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और कुछ मिनट का मौन रखा।
आपको बता दें कि नेतन्याहू के भारत आने से पहले ही दिल्ली के तीन मूर्ति चौक और तीन मूर्ति मार्ग का नाम बदल दिया गया था। अब इसे तीन मूर्ति हाइफा चौक और तीन मूर्ति हैफा मार्ग के तौर पर जाना जाएगा। हाइफा इजराइल के एक शहर का नाम है।
बीते तीन वर्षों में दोनों देशो के बीच काफी उच्च स्तरीय आदान प्रदान हुए हैं। प्रधानमंत्री नेतन्याहू का भारत दौरा भारत और इजरायल के बीच 25 वर्षों से बढ़ते साझेदारी की सिल्वर जुबली है। इस दौरे का उद्देश्य दोनों देशों के संबंधों में प्रगति लाना और दोनों देशो के लोगों के बीच अगले आने वाले वर्षों के लिए संबंधों को आकार देना है।
इजरायली दूतावास ने गुरुवार को बताया कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ नेतन्याहू बैठक करेंगे। उनके साथ एक कारोबारी शिष्टामंडल भी भारत आ रहा है।
इस दौरान कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है। भारत अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की ओर कदम बढ़ाएगा। नेतन्याहू के इस दौरे पर भारत इस्रायल से टैंक रोधी निर्देशित मिसाइल एटीजीएम स्पाइक खरीदने पर विचार कर रहा है। यह खरीद सरकार से सरकार के स्तर पर होगी।