नई दिल्ली।इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए इच्छुक लड़कियां अब अपने चहेते संस्थान और चहेते कोर्स में प्रवेश ले सकेंगी। सरकार ने इसके लिए आईआईटी सहित देश भर के शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थानों में एक विशेष कोटा तैयार करने का फैसला लिया है। फिलहाल यह कोटा 14 से 20 फीसदी तक का होगा। जो प्रवेश में लड़कियों की भागीदारी को देखते हुए कम और ज्यादा किया जा सकेगा। इंजीनियरिंग के क्षेत्र में लड़कियों की कम भागीदारी को देखते हुए सरकार ने यह फैसला लिया है।
अभी सिर्फ 9 फीसदी भागीदारी
मौजूदा समय में देश में इंजीनियरिंग के क्षेत्र में लड़कियों की भागीदारी सिर्फ 9 फीसदी के आसपास ही है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के मुताबिक विशेष कोटे से लड़कियों को इंजीनियरिंग में प्रवेश देने की इस व्यवस्था पर इसी शैक्षणिक सत्र से अमल शुरूसकता है। एआईसीटीई (अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद) से तैयारी शुरू करने को कहा गया है। इस पूरी कवायद के पीछे मंत्रालय का लक्ष्य अगले तीन सालों में देश में इंजीनियरिंग के क्षेत्र में लड़कियों की भागीदारी बढ़ाकर 20 फीसदी तक पहुंचाना है।
मौजूदा समय में इंजीनियरिंग के क्षेत्र में लड़कियों की कम भागीदारी इसलिए भी रहती थी, क्योंकि वह जिस कोर्स में प्रवेश लेना चाहती थीं, वह उन्हें नहीं मिलता था। साथ ही उन्हें पसंद के और आसपास के संस्थान भी नहीं मिल पाते हैं। सरकार ने नई व्यवस्था में इन्ही दिक्कतों को खत्म किया है।
फीस में छूट पर भी विचार
सूत्रों के मुताबिक सरकार इसके अलावा भी छात्राओं को फीस में छूट सहित और भी सुविधाएं देने पर विचार कर रही है। इस पर अभी फैसला होना बाकी है। इंजीनियरिंग के क्षेत्र में लड़कियों की कम भागीदारी को लेकर सरकार के स्तर पर लंबे समय से विचार चल रहा है। इस पर अब जाकर सरकार किसी फैसले पर पहुंची है। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी पहले के मुकाबले बढ़ी है। जहां अब औसत प्रति सौ छात्रों में 94 छात्राएं हो गई हैं। पहले यह संख्या 92 ही थी।