न्यूयॉर्क। अमेरिका के 96 गुरुद्वारों ने भारत सरकार के अधिकारियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह प्रतिबंध आरएसएस और शिव सेना के नेताओं पर भी लागू होगा। यह फैसला कनाडा के 14 गुरुद्वारों द्वारा भारतीय अधिकारियों के प्रवेश पर लगाए गए प्रतिबंध के बाद लिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सिख को-ऑर्डिनेशन कमेटी ईस्ट कोस्ट और अमेरिकन गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी ने रविवार को एक वीडियो कॉन्फ्रेंस की थी जिसमें 116 गुरुद्वारो के प्रमुख शामिल हुए थे। इनमें 96 गुरुद्वारों ने इस फैसले पर सहमति जता दी है। यह वीडियो कॉन्फ्रेंस रविवार का न्यूयॉर्क में सिख कल्चर सोसायटी द्वारा सतवंत सिंह और केहर सिंह की पुण्यतिथि पर आयोजित धार्मिक सभा के पहले शनिवार को की गई।
इन दोनों को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के आरोप में फांसी दी गई थी। इसकी पुष्टि करते हुए सिख को-ऑर्डिनेशन कमेटी ईस्ट कोस्ट और अमेरिकन गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के प्रवक्ता हिम्मत सिंह ने कहा कि कुल 116 गुरद्वारे वीडियो कॉन्फ्रेंस का हिस्सा बने। इनमें से 96 भारतीय अधिकारियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने के लिए सहमत हो गए हैं।
उन्होंने आगे कहा कि इनमें से कुछ गुरुद्वारे अपनी सहमति नहीं दे पाए लेकिन अब उनके ईमेल प्राप्त हो रहे हैं। हम इसे आधिकारिक कर रहे हैं कि कोई भी भारतीय अधिकारी अब गुरुद्वारों में प्रवेश नहीं कर पाएगा और ना ही मैनेजमेंट में दखलंदाजी कर सकेगा। हालांकि, अगर कोई निजी तौर पर एक श्रद्धालु के रूप में आता है तो उसे प्रवेश दिया जाएगा।
इसे लेकर गुरुद्वारों द्वारा एक बयान भी जारी किया गया है जिसमें कहा गया है कि यह प्रतिबंध केवल चुने हुए भारतीय अधिकारियों तक ही सीमित नहीं रहेगा बल्कि इसके अंतर्गत भारतीय काउंसलर ऑफिसर, आरएसएस और शिवसेना के लोग भी शामिल होंगे।
हालंकि, कोई भी व्यक्तिगत रूप से गुरुद्वारे में प्रवेश कर सकता है। यह कदम भारत सरकार से जुड़े भ्रष्ट्र अधिकारियों को गुरुद्वारे तक आने से रोकने के लिए है जिन्होंने पिछले 4 दशकों से सिख समुदाय के खिलाफ नरसंहार किया और कभी सकारात्मक व्यवहार नहीं किया।