इस्लामाबाद। सऊदी अरब में निर्वासित होने की खबरों के बीच पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ मुल्क लौट आए और भ्रष्टाचार मामलों का सामना करने के लिए बुधवार को कोर्ट में पेश हुए। वह 30 दिसंबर को सऊदी अरब गए थे। उनके इस दौरे को लेकर ऐसी खबरें आई थीं कि वह इन मामलों से बचने के लिए सऊदी अरब में निर्वासित होने की जुगत में हैं। उनकी बेटी मरयम ने हालांकि इन खबरों को अफवाह करार दिया था।
67 वर्षीय शरीफ बेटी मरयम के साथ 11वीं बार भ्रष्टाचार मामलों की सुनवाई कर रही राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) की अदालत में पेश हुए। ये मुकदमे सुप्रीम कोर्ट के 28 जुलाई के आदेश के तहत चलाए जा रहे हैं। शीर्ष अदालत ने पनामा पेपर मामले में शरीफ को संवैधानिक पद के लिए अयोग्य करार दिया था और एनएबी को शरीफ और उनके पारिवारिक सदस्यों पर भ्रष्टाचार के मुकदमे दायर करने का आदेश दिया था।
इन मामलों में दोषी पाए जाने पर शरीफ को जेल जाना पड़ सकता है। शरीफ परिवार का कहना है कि ये मुकदमे राजनीति से प्रेरित हैं। एनएबी ने इन मामलों में बुधवार को तीन गवाहों को कोर्ट में पेश किया। उनके बयान दर्ज किए गए और बचाव पक्ष ने उसने जिरह की। अब तक कुल 10 गवाहों के बयान दर्ज हो चुके हैं।