नई दिल्ली। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ताजमहल में हर दिन पर्यटकों की अधिकतम संख्या निर्धारित करने में जुटा है। अधिकतम 40,000 पर्यटकों को ही प्रवेश की अनुमति दी जाएगी और इसके साथ ही हर टिकट धारक को 17वीं सदी के इस मुगल स्मारक में तीन घंटे तक ही रहने की इजाजत मिलेगी। संस्कृति मंत्रालय के एक सूत्र ने बताया कि इस विरासत स्थल के संरक्षण के प्रयास के तहत यह कदम उठाया जा रहा है।
संस्कृति सचिव रविंद्र सिंह ने मंगलवार को एएसआइ के अधिकारियों, आगरा जिला प्रशासन के प्रतिनिधियों और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की। मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि आनलाइन और ऑफलाइन टिकटों की बिक्री 40,000 पर रोक दी जाएगी।
अभी तक ताजमहल में आने वाले लोगों की संख्या पर कोई पाबंदी नहीं है। प्रति वर्ष पर्यटकों की संख्या में 10 से 15 फीसद की वृद्धि हो रही है। कई मौकों खास कर पीक पर्यटक सत्र एवं अन्य समय में परिसर में पर्यटकों की संख्या रोजाना 60,000 से 70,000 तक पहुंच जाती है।
एएसआई एक प्रणाली लागू करेगा जिसमें 15 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए जीरो वैल्यू टिकट जारी किया जाएगा। इससे उनकी संख्या का पता चल सकेगा। अभी तक बच्चों को कोई शुल्क नहीं लगता है और आगे भी बच्चों का प्रवेश निःशुल्क रखा जाएगा।