अहमदाबाद। तीन दिन और तीन रात सतत 74.05 घंटे साइक्लिंग कर अहमदाबाद की खुशाली पुरोहित ने 200, 300, 400 और 600 कि.मी. में एसआर का खिताब प्राप्त कर लिया । इसके बाद 30 दिनों के अंदर ही खुशाली ने दोबारा एक हजार किमी की बीआरएम (ब्रेवेट रोंडोनियरिंग मोंजियाक्स राइड ) पूरा कर सफलता प्राप्त कर ली है । अब वे पेरिस की पीआरबी प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के काबिल हो गई है ।
दी साइक्लिंग क्लब आफ वडोदरा द्वारा आयोजित बीआरएम में कुल आठ प्रतियोगियों ने हिस्सा लिया था । इसमें खुशाली एक मात्र महिला प्रतियोगी थी । इस बीआरएम के लिए 75 घंटे का कट ऑफ टाइम दिया गया था । उसने 55 मिनट पहले ही 74. 05 गंटे में इसे पूरा कर लिया था । पीडीपीयू की एनसीसी ऑफिसर लेफ्टिनेंट खुशाली पुरोहित ने बताया कि 75 घंटे में उन्होंने सोने, खाने और आराम के लिए 5.40 घंटे का समय लिया। तीन दिन और तीन रात सतत साइक्लिंग की । दो दिन के बाद तीसरे दिन कटऑफ टाइम के पहले इस रेस को पूरा करने के लिए सुबह छह से दूसरे दिन सुबह आठ बजे तक साइकिल चलाई। इसमें केवल 45 मिनट ही आराम किया । सतत साइक्लिंग के कारण उसके पांव में सूजन भी आ गई थी ।
इस खिताब के बाद खुशाली पुरोहित पेरिस में आयोजित होने वाली ( पेरिस ब्रेस्ट पेरिस ) पीबीपी के लिए चयनित हो गई है । यह रेस 2019 में आयोजित की जाएगी । इस प्रतियोगिता में 1,200 किमी साइकिल चलाना पड़ती है । खुशाली के साथ शहर के विराज शाह , किशन गोंडलिया, जशपाल ब्रार, पार्थ रायचुरा ने भी यह बीआरएम पूरी की थी।
गौरतलब है कि पहले दिन वड़ोदरा से इकबालगढ़ 300 किलोमीटर का सफर सुबह छह बजे से रात के 10 बजे तक पूरा किया। पहले दिन 3 घंटे आराम किया। दूसरे दिन इकबालगढ से भरुच 380 किलोमीटर तक सफर सुबह 3 बजे से दूसरे दिन सुबह 3.30 बजे तक पूरा किया। इसमें कुल 2 घंटे आराम किया। तीसरे दिन भरुच से वलसाड़ और वड़ोदरा का सफर 320 किलोमीटर सुबह छह बजे से दूसरे दिन सुबह 8 बजे तक तय किया । इसमें 45 मिनट आराम किया है।