ताइपे। चीन और ताइवान के बीच का विवाद गहराता जा रहा है। ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग वेन ने शुक्रवार को कहा कि चीन की बढ़ती सैन्य महत्वाकांक्षा के मद्देनजर हम हर साल धीरे-धीरे अपना रक्षा बजट बढ़ाएंगे। उन्होंने हाल ही में चीन पर क्षेत्र में अस्थिरता पैदा करने का आरोप लगाया था। जब से साई ने ताइवान की सत्ता संभाली है, तब से चीन ताइवान पर दबाव बढ़ाता जा रहा है।
साई इंग वेन ताइवान की स्वतंत्रता की समर्थक रही हैं। इससे चीन उनसे चिढ़ा हुआ है। ज्ञात हो कि चीन ताइवान को अपना अटूट हिस्सा मानता है। वह ताइवान को हमेशा अपने सैन्य बल का खौफ दिखा उसपर जबरन कब्जा करने की धमकी देता रहा है। चीन को शक है कि साई इंग वेन ताइवान की स्वतंत्रता के एजेंडे पर काम कर रही हैं।
हालांकि ताइवानी राष्ट्रपति कई मौकों पर चीन के साथ शांति बनाए रखने की बात कह चुकी हैं। साथ ही वह यह भी कहती रही हैं कि ताइवान की संप्रभुता और लोगों की जीवन शैली की रक्षा की जाएगी।