नई दिल्ली। मशहूर क्राइम शो ‘इंडियाज मोस्ट वांटेड शो’ के होस्ट रहे सुहैब इलियासी को दिल्ली की एक कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। सजा के पहले सुहैब ने एक बार फिर खुद को निर्दोष बताया। सुहैब अपनी पत्नी अंजू की हत्या के मामले में दोषी करार दिए जा चुके हैं। उसे 16 दिसंबर को दिल्ली की कड़कड़डूमा कोर्ट ने दोषी करार दिया गया था।
एडीशनल सेशन जज एसके मलहोत्रा ने इलियासी पर 2 लाख का जुर्माना भी लगाया है। इसके अलावा कोर्ट ने उसे अंजू के माता-पिता को 10 लाख रुपए मुआवजा देने का आदेश भी दिया है। बता दें कि 10 जनवरी साल 2000 को अंजू इलियासी का उनके पूर्वी दिल्ली के घर में खून से सना शव मिला था। उनके शरीर पर चाकू घोंपे जाने के निशान पाए गए थे। सुहैब का दावा था कि अंजू ने सुसाइड किया था।
बाद में अंजू की बहन रश्मि कनाडा से लौटी तो उसके बयान से यह केस पलट गया। अंजू ने रश्मि को सुहैब की हरकतों के बारे में बताया था। रश्मि ने पुलिस को अंजू की एक डायरी भी पुलिस को सौंपी थी। इसके बाद शक की सुई पूरी तरह सुहैब पर घूम गई।
प्रेम कहानी का अंत
अंजू की मां रुकमा सिंह ने बताया कि सुहैब और अंजू की पहली मुलाकात 1989 में जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में हुई थी। अंजू ने बीएससी की, जबकि सुहैब मॉस कम्युनिकेशन की पढ़ाई कर रहा था। धीरे-धीरे दोनों अच्छे दोस्त बन गए और यह दोस्ती आगे चलकर प्यार में बदल गई। जब अंजू के पिता डॉ. केपी सिंह को दोनों के रिश्ते के बारे में पता चला तो उन्होंने इसका विरोध किया।
सुहैब के घर वाले भी शादी के लिए राजी नहीं थे। बावजूद इसके अंजू और सुहैब ने 1993 में लंदन जाकर स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत शादी कर ली। इसके बाद अंजू ने अपना नया नाम अफसाना रख लिया। दोनों अक्टूबर, 1994 तक लंदन में ही रहे। जब दोनों देश लौटे तो अंजू ने सुहैब के साथ रहने से इंकार कर दिया और छह महीने बाद लंदन अपने भाई के पास रहने चली गई। अंजू के भाई ने कहा कि वह सुहैब से तलाक चाहती थी, लेकिन पति ने ऐसा नहीं करने दिया।
अप्रैल, 1994 में सुहैब लंदन गया और एक महीने बाद दोनों साथ भारत लौटे। 1995 में अंजू ने बेटी आलिया को जन्म दिया, मगर सुहैब के करतूतों को देखकर उसने बेटी के साथ कनाडा अपनी बहन रश्मि के साथ रहने का फैसला किया। इससे पहले कि वह कनाडा जा पाती रहस्यमय हालात में उसकी मौत हो गई।
कौन है सुहैब इलियासी?
सुहैब का जन्म 15 नवंबर 1966 को दिल्ली में हुआ था। उसके पिता जमील इलियासी ऑल इंडिया इमाम संगठन के प्रमुख और केंद्रीय दिल्ली के कस्तुरबा गांधी मस्जिद के इमाम थे। सुहैब ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया से जर्नलिज्म की पढ़ाई की।
पढ़ाई के बाद सुहैब ने लंदन में टीवी एशिया में काम किया। बाद में भारत लौटकर मार्च 1998 में क्राइम बेस्ड रिएलिटी शो ‘इंडियाज मोस्ट वांटेड’ शुरू किया। यह क्राइम शो उस दौर में काफी लोकप्रिय हुआ था। सुहैब टीवी पर गुनाह और गुनाहगारों की कहानियां दिखाते थे। यह कार्यक्रम भगोड़े अपराधियों पर आधारित था, जो काफी रिसर्च के बाद तैयार किए जाते थे। इसमें इतने पुख्ता सबूत जुटाए जाते थे कि ये पुलिस के लिए भी मददगार साबित होते थे।