नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष चुने जाने के बाद राहुल गांधी की शनिवार को पार्टी अध्यक्ष के रूप में औपचारिक ताजपोशी हो गई। चुनाव प्राधिकरण के चेयरमैन और कांग्रेस नेता मुल्लापल्ली रामचंन्द्रन ने मंच पर पहुंच कर राहुल गांधी को सर्टिफिकेट सौंपा और इसके साथ ही राहुल 132 साल पुरानी कांग्रेस पार्टी के नए अध्यक्ष बन चुके हैं।
ताजपोशी के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने सीधे भाजपा और पीएम मोदी पर तीखा हमला बोला। राहुल ने कहा कि एक बार आग लगती है तो उसे बुझाना मुश्किल होता है और भाजपा देश में आग लगा रही है। देश में हिंसा फैलाई जा रही है। भाजपा तोड़ती है और हम जोड़ते हैं।
राहुल ने आगे कहा कि हम देश को 21वीं सदी में लाए और वो लोग देश को मध्य युग में ले जा रहे हैं। इसे अगर कोई रोक सकता है तो वो हैं कांग्रेस के कार्यकर्ता। हम कांग्रेस को ग्रैंड ओल्ड-यंग पार्टी बनाने जा रहे हैं। हम गुस्से की राजनीति का मुकाबला करेंगे। हम नफरत की राजनीति नहीं करते।
हम भाजपा के लोगों को अपना भाई-बहन मानते हैं लेकिन उनके विचारों से सहमत नहीं हैं। वो लोग आवाज को कुचलते हैं और हम आवाज सुनते हैं। मैं पूरी विनम्रता के साथ कांग्रेस अध्यक्ष का पद स्वीकार करता हूं यह जानते हुए कि मैं हमेशा दिग्गजों के साए में रहूंगा।
राहुल आगे बोले कि भाजपा आपको लगता होगा कि आप सबसे पुरानी पार्टी हैं लेकिन यह सच नहीं है। कांग्रेस एक प्राचीन पार्टी है। भारत में केवल दो विचार है जिनमें टकराव होता आया है, पहला है खुद के बारे में सोचना और दूसरा है सबके बारे में सोचना। भाजपा हमेशा खुद के बारे में सोचती है जबकि कांग्रेस समाज की सेवा करती है।
सोनिया बोलीं- आपके सामने रखी नए भविष्य की उम्मीद
राहुल की ताजपोशी के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि यह अध्यक्ष के रूप में मेरा आखिरी संबोधन है और इसके साथ ही मैं आपके सामने भविष्य की नई उम्मीद रख रही हूं। मैं राहुल को बधाई और आशीर्वाद देती हूं।
सोनिया गांधी ने कांग्रेस की वर्तमान हालत को लेकर कहा कि 2014 से लेकर अब तक हम विपक्ष में हैं और कई चुनाव हार चुके हैं, यह हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती है। हमारे संवैधानिक मूल्यों पर लगातार हमला किया जा रहा है। इसके बाद भी हम कभी नहीं झुकेंगे। हम डरने वाले नहीं हैं, हम झुकने वाले नहीं है, हमारा संघर्ष इस देश की रूह का संघर्ष है और हम इससे कभी पीछे नहीं हटेंगे।
सोनिया गांधी ने अपने कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि जब मैंने अपने पति राजीव के साथ दौरों पर जाकर चुनौतियों को समझा। उनके जाने के बाद मेरा सहारा छिन गया और पार्टी संघर्ष के दौर में थी। इंदिरा और राजीव का बलिदान व्यर्थ ना जाए इसलिए मैं राजनीति में आई लेकिन मैं तब काफी डरी हुई थी। इसके बाद मैंने पार्टी की कमान संभाली, उस समय कांग्रेस केवल तीन राज्यों में थी उसके बाद हमने यहां तक का सफर तय किया।
सोनिया गांधी ने आगे कहा कि मैं अपने पति और बच्चों को राजनीति से दूर रखना चाहती थी।
सोनिया गांधी ने अपने शुरुआती दिनों को याद करते हुए कहा कि मैं जब बहु बनकर आई तो इंदिरा जी ने मुझे बेटी की तरह रखा और उनसे मैंने भारत की संस्कृति के बारे में सीखा। इंदिरा जी की हत्या के बाद मेंरी जिंदगी हमेशा के लिए बदल गई।
इससे पहले राहुल गांधी की ताजपोशी हुई और इस दौरान मंच पर सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी मौजूद थे। राहुल की ताजपोशी को लेकर पूरी कांग्रेस में उत्साह का माहौल है और पार्टी दफ्तर के बाहर भारी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे और जश्न मना रहे थे। राहुल की बहन प्रियंका गांधी के अलावा रॉबर्ट वाड्रा और पार्टी के वरिष्ठ नेता इस कार्यक्रम में मोजूद थे।। राहुल की ताजपोशी से पहले कांग्रेस अध्यक्ष के दफ्तर के बाहर सोनिया गांधी की जगह राहुल गांधी के नाम की नेम प्लेट लगा दी गई।