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सिडनी। ऑस्ट्रेलिया के दूसरे सबसे बड़े राज्य विक्टोरिया में खसरे के प्रकोप को लेकर स्वास्थ्य चेतावनी जारी की गई है।
राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि दो नए मरीजों में खसरे की पुष्टि हुई है, जो संभवतः मेलबर्न शहर में ही संक्रमित हुए थे। विक्टोरिया के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि इन दोनों व्यक्तियों की विदेश यात्रा की कोई जानकारी नहीं है और न ही वे पहले से किसी खसरा संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए थे।
इन दोनों मरीजों ने 19 से 26 फरवरी के बीच मेलबर्न और बेंडिगो (मेलबर्न से 130 किमी उत्तर-पश्चिम) के कई स्थानों का दौरा किया था। वे शॉपिंग मॉल, स्वीमिंग पूल, अस्पताल और चिकित्सा केंद्रों में गए थे।
स्वास्थ्य विभाग ने उन स्थानों की पूरी सूची जारी की है जहां ये लोग गए थे। जो लोग उस समय वहां मौजूद थे, उन्हें 15 मार्च तक अपनी सेहत पर नजर रखने की सलाह दी गई है।
विक्टोरिया के प्रमुख स्वास्थ्य अधिकारी, तरुण वीरामंथरी ने बताया कि खसरा एक बेहद संक्रामक वायरल बीमारी है, जो एक व्यक्ति से दूसरे में तेजी से फैलती है। यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकती है, जैसे कि फेफड़ों में संक्रमण (निमोनिया) और मस्तिष्क में सूजन।
उन्होंने डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों से अपील की है कि यदि किसी मरीज को बुखार और शरीर पर लाल चकत्ते हों, खासकर यदि वह हाल ही में विदेश से लौटा हो या सूचीबद्ध स्थानों में गया हो, तो तुरंत उसकी जांच करें।
सिन्हुआ न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल 2025 में अब तक विक्टोरिया राज्य में खसरे के कुल आठ मामले सामने आ चुके हैं।
खसरा एक वायरस के कारण होता है, जो सबसे पहले श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है और फिर पूरे शरीर में फैल जाता है। इसके लक्षणों में तेज बुखार, खांसी, नाक से पानी बहना और पूरे शरीर पर लाल चकत्ते शामिल हैं।
खसरे से बचाव का सबसे अच्छा तरीका टीकाकरण है। यह टीका सुरक्षित है और शरीर को इस बीमारी से लड़ने में मदद करता है।
1963 में खसरा टीके के आने से पहले, हर दो से तीन साल में बड़े स्तर पर खसरा फैलता था, जिससे दुनियाभर में करीब 26 लाख लोगों की मौत होती थी।
2023 में खसरे से अनुमानित 1,07,500 लोगों की मौत हुई, जिनमें अधिकतर पांच साल से छोटे बच्चे थे, जबकि यह बीमारी पहले से उपलब्ध किफायती टीके से रोकी जा सकती थी।