तेल अवीव। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने बुधवार को कहा कि इजराइल को हमास के खिलाफ अपनी सामरिक जीत के बाद एक ‘‘स्थायी रणनीतिक सफलता’’ हासिल करने की जरूरत है। उन्होंने इजराइल से एक ऐसे समझौते पर विचार करने का आग्रह किया, जिससे गाजा पट्टी में युद्ध समाप्त हो सके और हमास के हमले के दौरान बंधक बनाए गए लोगों को रिहा कराया जा सके।
ब्लिंकन ने यह बात युद्ध शुरू होने के बाद से इस क्षेत्र की अपनी 11वीं यात्रा के दौरान इजराइल में कही। इजराइल के बाद वह सऊदी अरब का दौरा करेंगे।
ब्लिंकन की इजराइल के शहर तेल अवीव की यात्रा के दौरान बुधवार को पूरे शहर में सायरन की तेज आवाज सुनी गई और जिस होटल में वह ठहरे थे उसके ऊपर धुंए का गुबार देखा गया। संभवत: यह धुआं उस मिसाइल से निकला था जिसे मार गिराया गया था।
सऊदी अरब की यात्रा के लिए विमान में सवार होने से पहले ब्लिंकन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘गाजा के मामले में इजरायल ने अधिकांश रणनीतिक लक्ष्य हासिल कर लिए हैं। अब समय आ गया है कि इन सफलताओं को स्थायी रणनीतिक सफलता में बदला जाए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अब वास्तव में दो काम बाकी हैं : बंधकों को घर वापस लाना और युद्ध को समाप्त करना।’’
पिछले सप्ताह गाजा में इजराइली सेना द्वारा हमास के शीर्ष नेता याह्या सिनवार की हत्या के बाद अमेरिका ने संघर्ष विराम के लिए प्रयास तेज किए हैं। हालांकि, इस बात का कोई संकेत नहीं है कि गर्मियों में संघर्ष विराम वार्ता ठप होने के बाद से युद्धरत पक्षों में से किसी ने भी अपनी मांगों में कोई बदलाव किया है।
मंगलवार को इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और अन्य शीर्ष इजराइली अधिकारियों के साथ ब्लिंकन की मुलाकात के बाद भी किसी सफलता का कोई तत्काल संकेत नहीं मिला है।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास का नामोनिशान मिटाने और समूह द्वारा बंधक बनाए गए कई लोगों को छुड़ाने की कसम खाई हुई है।
उधर, हमास का कहना है कि वह बंधकों को तभी रिहा करेगा जब स्थायी युद्धविराम, गाजा से इजराइल की पूरी तरह वापसी और फलस्तीनी कैदियों की रिहाई होगी।
सात अक्टूबर, 2023 को हमास के नेतृत्व वाले चरमपंथी इजराइल की सुरक्षा में सेंध लगाकर देश के अंदर घुस आए थे। हमास के इस हमले में लगभग 1,200 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातार आम नागरिक थे और 250 अन्य का अपहरण कर लिया गया।
स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, गाजा में इजराइल के हमले में 42,000 से ज्यादा फलस्तीनी मारे गए हैं, जो चरमपंथियों और आम नागरिकों के बीच कोई अंतर नहीं करता। युद्ध ने गाजा के बड़े इलाकों को नष्ट कर दिया है और इसकी 23 लाख की आबादी में से लगभग 90 प्रतिशत लोग विस्थापित हो गए हैं।